Cyclone Remal
उत्तरी बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ ने रविवार रात बांग्लादेश के तट पर दस्तक दी। अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, देश के निचले तटीय इलाकों से आठ लाख से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चूका है।
चक्रवात ने रात करीब 8:30 बजे बांग्लादेश के मोंगला और खेपुपारा तट के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से से होते हुए भारत में पश्चिम बंगाल के तट को पार करना शुरू कर दिया है। तूफान बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी तटीय इलाकों और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से आया और उत्तरी दिशा की ओर बढ़ रहा है। अगले पांच से सात घंटों में समुद्र तट को पार करने की संभावना जताई जा रही है।
Cyclone Remal
तो वही भीषण चक्रवाती तूफान “रेमल” के आने से पहले विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। चक्रवात को देखते हुए पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने एहतियात के तौर पर दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले के तटीय जिलों की कई ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी हैं। इस समय चक्रवात केंद्र के आसपास 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। यह रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना हो सकती है।
चक्रवात का असर कोलकाता, हावड़ा, हुगली और पूर्व मेदिनीपुर, सुंदरबन और काकद्वीप, दक्षिण 24 परगना जिले में देखने को मिल सकता हैं। इन जगहों पर रविवार रात से ही तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है। जिसके सोमवार को और तेज होने की संभावना बनी हुई है। कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने चक्रवात ‘रेमल’ के संभावित प्रभाव के कारण रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया है। इससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलाकर कुल 394 उड़ान प्रभावित हुई है।
Cyclone Remal
असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम की राज्य सरकारों ने अपने अलग-अलग सलाह जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम अलर्ट रहने के लिए दिशा निर्देश दिए है। मौसम विभाग ने 27 और 28 मई को असम के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।