spot_img
Saturday, October 18, 2025

Naxalite Surrender : गरियाबंद में नक्सलियों का बड़ा सरेंडर संभव…! 20 अक्टूबर को हथियार डालने की अपील…यहां देखें Letter

गरियाबंद, 18 अक्टूबर। Naxalite Surrender : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आत्मसमर्पण का सिलसिला तेज हो गया है। महाराष्ट्र और बस्तर के बाद अब गरियाबंद...

Latest Posts

CYBER ​​FRAUD : सब्ज़ी से साइबर तक, सब्जी वाला निकला साइबर ठग, बैंक मैनेजर की मिलीभगत से रचा करोड़ों का खेल

CYBER ​​FRAUD

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने एक हाई-प्रोफाइल साइबर फ्रॉड केस का खुलासा किया है, जिसमें एक 7वीं कक्षा तक पढ़ा-लिखा सब्जी विक्रेता और एक बैंक मैनेजर शामिल हैं। इन दोनों ने मिलकर देश की प्रतिष्ठित कंपनी L&T SUCG JV के कॉर्पोरेट बैंक खाते से करीब 9 करोड़ रुपये चुरा लिए।

जैसे फिल्म की कहानी

पुलिस के मुताबिक, नितिन डोंगरे, जो मूलतः महाराष्ट्र का रहने वाला है और सब्जी बेचने का काम करता था, ने इस धोखाधड़ी की साजिश रची। उसने खुद को L&T कंपनी का कर्मचारी बताते हुए दिल्ली की एक्सिस बैंक की ब्रांच में खाता संबंधित जानकारी बदलवाई। इसके बाद उसने महाराष्ट्र के उस्मानाबाद से कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग का एक्सेस ले लिया।

CYBER ​​FRAUD

94 ट्रांजैक्शनों में उड़ाए करोड़ों

जांच में सामने आया कि 11 जुलाई से 30 अगस्त 2024 के बीच नितिन ने कुल 94 बार ट्रांजैक्शन कर के 8.94 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए।

बैंक मैनेजर बना साजिश का हिस्सा

इस केस में चौंकाने वाला पहलू यह रहा कि नितिन को यह अंदरूनी जानकारी एक बैंक अधिकारी, आशीष खंडेलवाल ने दी। आशीष ने न केवल पुराने डॉर्मेन्ट खाते की जानकारी दी, बल्कि खाताधारक के हस्ताक्षर और आईडी की कॉपी भी उपलब्ध कराई, जिससे नितिन का काम आसान हो गया।

CYBER ​​FRAUD

ऐसे हुआ खुलासा

पुलिस ने मोबाइल लोकेशन, बैंकिंग डेटा और ई-कॉमर्स डिलीवरी रिकॉर्ड्स के ज़रिए नितिन तक पहुंच बनाई। उसे पुणे के साईनाथ नगर से गिरफ्तार किया गया, जहां पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया और बैंक मैनेजर आशीष खंडेलवाल का नाम भी उजागर किया। आशीष को 8 अप्रैल को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।

कर्ज में डूबा था मास्टरमाइंड

नितिन डोंगरे को सब्जी व्यापार में भारी नुकसान हुआ था और उस पर किसानों का कर्ज था। इसी आर्थिक तंगी ने उसे इस डिजिटल अपराध की ओर धकेला। वहीं, बैंक अधिकारी ने निजी फायदे के लिए बैंक की गोपनीयता से समझौता किया।

सवाल उठता है…

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि इंसानी लालच और सिस्टम की कमजोरियाँ भी साइबर अपराध को बढ़ावा देती हैं। क्या डिजिटल बैंकिंग सुरक्षित है? और क्या अंदरूनी कर्मचारियों की जांच अब और सख्त होनी चाहिए?

READ MORE – Laapataa Ladies Star Nitanshi Goel : रैंप पर संस्कार, नितांशी गोयल ने छुए हेमा मालिनी के पैर, सुष्मिता सेन को लगाया गले – फैंस हुए मुरीद!

Latest Posts

spot_imgspot_img

Don't Miss

Stay in touch

To be updated with all the latest news, offers and special announcements.