रायपुर, 03 नवंबर। Courtesy Meet : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित रजत महोत्सव में एक हृदयस्पर्शी दृश्य देखने को मिला, जब रामनाम में लीन जीवन जीने वाले रामनामी समाज के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आत्मीय भेंट की।
इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर साझा करते हुए इसे “भावनात्मक और प्रेरणादायी पल” बताया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के रायपुर आगमन से कुछ ही घंटे पहले, रामनामी समाज के प्रतिनिधियों ने मंत्रालय में उनसे भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री से मिलने की अपनी प्रबल इच्छा व्यक्त की थी, और इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई थीं।
रजत महोत्सव के दौरान रामनामी समाज के श्रद्धालुओं ने अपने पारंपरिक मोर मुकुट से प्रधानमंत्री को मंच पर अलंकृत करने की अभिलाषा व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने इसे सहजता, स्नेह और आत्मीय भाव से स्वीकार किया, जो वहां उपस्थित सभी लोगों के लिए अत्यंत भावनात्मक और प्रेरणादायी क्षण बन गया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “रामनाम ही जिनका धर्म, रामभक्ति ही जिनका कर्म — ऐसे अद्भुत और राममय रामनामी समाज के सदस्यों के तन पर अंकित ‘राम’ केवल एक नाम नहीं, बल्कि समर्पण, तपस्या और अटूट आस्था का प्रतीक है। यह समुदाय अपने तन, मन और जीवन को प्रभु श्रीराम के चरणों में अर्पित कर देता है। यह उनकी जीवन साधना है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की इस आत्मीयता में भक्ति और कर्म का अद्वितीय संगम झलकता है। यह दृश्य यह सत्य प्रमाणित करता है कि रामभक्ति केवल पूजा नहीं, बल्कि जीवन जीने की पवित्र साधना है। छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर 2000 को हुआ था। इस वर्ष राज्य स्थापना की रजत जयंती का उत्सव पूरे राज्य में मनाया जा रहा है।


