Congress Remembers Indira Gandhi
रायपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित सीजफायर के बाद देश की राजनीति गरमा गई है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने और संसद का विशेष सत्र आयोजित करने की मांग की है। पार्टी ने इस मौके पर 1971 के युद्ध का जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व को याद किया और मौजूदा हालात से तुलना की।
इंदिरा गांधी को लेकर सोशल मीडिया पर दिखा उत्साह
सीजफायर की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर #IndiraGandhi ट्रेंड करने लगा। लोगों ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान इंदिरा गांधी के दृढ़ फैसलों और उनके नेतृत्व की मिसालें पेश कीं। कई यूजर्स ने उन्हें ‘आयरन लेडी’ बताते हुए पुरानी तस्वीरें और वीडियो साझा किए।
Congress Remembers Indira Gandhi
छत्तीसगढ़ से कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएं
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “जब तक तोड़ा नहीं, तब तक छोड़ा नहीं,” – यह इंदिरा गांधी की कार्यशैली को दर्शाता है। उन्होंने 1971 के युद्ध का हवाला देते हुए इंदिरा गांधी के मजबूत निर्णयों को आज के संदर्भ में प्रासंगिक बताया।
वहीं पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने भारतीय सेना के साहस और सीमावर्ती राज्यों की जनता के धैर्य की सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर इंदिरा गांधी की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि देश की सुरक्षा के लिए आज भी उसी तरह के नेतृत्व और एकता की जरूरत है।
Congress Remembers Indira Gandhi
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी 1971 के युद्ध का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “आज भी वही भावना चाहिए, जो इंदिरा गांधी के फैसले के समय देश में थी।”
कांग्रेस की दो बड़ी मांगें
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि वाशिंगटन डीसी से आए अमेरिकी बयान और भारत-पाक सीजफायर के बीच स्पष्ट संबंध है। उन्होंने सरकार से दो प्रमुख मांगें की:
- प्रधानमंत्री एक सर्वदलीय बैठक बुलाएं, जिसमें सभी राजनीतिक दलों को भरोसे में लिया जाए।
- संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए, जिसमें बीते 18 दिनों की घटनाओं पर चर्चा हो और देश की सुरक्षा रणनीति पर विचार किया जाए।
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ट्रंप की मध्यस्थता और पाकिस्तान की चालबाजी
सीजफायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सामने आई। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका की मध्यस्थता में रात भर चली बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों ने सीजफायर पर सहमति जताई।
लेकिन, इस घोषणा के तीन घंटे बाद ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन कर दिया। जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों – अखनूर, पुंछ, नौशेरा, श्रीनगर, आरएसपुरा, सांबा, उधमपुर – में फायरिंग और शेलिंग की गई। उधमपुर में ड्रोन से भी हमला हुआ। इससे सीमावर्ती राज्यों – जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात – में ब्लैकआउट किया गया और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
कांग्रेस का मानना है कि ऐसे नाजुक समय में सरकार को एकतरफा फैसले नहीं लेने चाहिए, बल्कि सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेकर एक समन्वित राष्ट्रीय रणनीति बनानी चाहिए। पार्टी ने इंदिरा गांधी के उदाहरण का हवाला देकर यह दिखाने की कोशिश की है कि मजबूत नेतृत्व और राष्ट्रीय एकता से ही देश को सुरक्षित रखा जा सकता है।