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Congress Protest : छत्तीसगढ़ में गरमाई सियासत, ईडी की “तानाशाही” के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे कार्यकर्ता, छत्तीसगढ़ में होगा जबरदस्त प्रदर्शन!

Congress Protest

रायपुर। छत्तीसगढ़ राजधानी रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा कांग्रेस कार्यालयों पर की गई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। रायपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में ED की टीम ने सुकमा और कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवनों के निर्माण से संबंधित जानकारी मांगते हुए समन जारी किया था। इस कार्रवाई के जवाब में कांग्रेस ने आगामी विरोध प्रदर्शनों की योजना बनाई है।

मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने घोषणा की है कि शनिवार, 1 मार्च 2025 को जिला स्तर पर प्रदर्शन कर ED का पुतला दहन किया जाएगा, जबकि 3 मार्च को ED कार्यालय के बाहर बड़ा प्रदर्शन आयोजित होगा। इसके साथ ही पीसीसी चीफ ने कहा कि ईडी की “तानाशाही” के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी।

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आगे पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि ईडी ने 3 मार्च को फिर से तीन बिंदुओं पर जवाब देने के लिए बुलाया है, और वे जानकारी देने जरूर जाएंगे। लेकिन उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस उनकी जासूसी कर रही है और कलेक्टर “ईडी के एजेंट” के रूप में काम कर रहे हैं।

कांग्रेस भवन निर्माण का खर्चा और हिसाब

दीपक बैज ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस भवन पार्टी कार्यकर्ताओं के सहयोग से इकट्ठे किए गए धन से बनाया गया है और उनके पास पूरे पैसों का हिसाब मौजूद है।

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इसके साथ ही पीसीसी चीफ दीपक बैज ने आरएसएस (RSS) और भाजपा (BJP) के कार्यालयों के निर्माण की जांच की मांग उठाई है। उन्होंने सवाल किया कि जब कांग्रेस के कार्यालयों की फंडिंग को लेकर ईडी (ED) जांच कर रही है, तो RSS और भाजपा कार्यालयों की फंडिंग की जांच क्यों नहीं हो रही?

बैज का बयान:

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पार्टी ने क्या कहा?

कांग्रेस का कहना है कि उनके पास अपने कार्यालयों की पूरी फंडिंग और खर्च का हिसाब है, जबकि भाजपा और आरएसएस के कार्यालयों के निर्माण की पारदर्शिता पर सवाल खड़े होते रहे हैं।

बता दें कि ED ने सुकमा जिले के कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन की निर्माण लागत और फंडिंग से संबंधित चार बिंदुओं पर जानकारी मांगी है, जिसमें फंड का स्रोत, निर्माण की शुरुआत, ठेकेदार की जानकारी और वित्तीय विवरण शामिल हैं।
तो वहीं इससे पहले, कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू से ED कार्यालय में पूछताछ की गई, जिसके दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।

कांग्रेस ने इन कार्रवाइयों को राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए कहा है कि विरोधियों को डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इसे विरोधियों को फंसाने की कार्रवाई बताया है। कांग्रेस के आगामी प्रदर्शनों के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म होता दिख रहा है।

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