China flag placed on ISRO spacecraft
चेन्नई. कभी कभी जल्दबाजी में गलती तो हो जाती है लेकिन कुछ गलतियां करना जगहंसाई का कारण बन सकता है, तमिलनाडु में द्रमुक सरकार के मंत्रियों ने न चाहते हुए भी ऐसी गलती कर दी है कि अब उनकी जगहंसाई हो रही है, द्रमुक सरकार के मंत्री अनिता राधाकृष्णन ने अखबारों में ऐसा विज्ञापन दिया, जिसमें इसरो के अंतरिक्ष यान पर चीन का ध्वज नजर आ रहा है.

विवादों से घिरे रहने वाले द्रमुक सरकार के मंत्री अनिता राधाकृष्णन के इस विज्ञापन पर भाजपा तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने निशाना साधते हुए सोशल मीडिया X में किए अपने पोस्ट में कहा कि द्रमुक मंत्री अनिता राधाकृष्णन द्वारा आज प्रमुख तमिल दैनिकों को दिया गया यह विज्ञापन चीन के प्रति द्रमुक की प्रतिबद्धता और हमारे देश की संप्रभुता के प्रति उनकी पूर्ण उपेक्षा का प्रतीक है.
अन्नामलाई ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर खुलकर बात करने वाली पार्टी डीएमके, कुलसेकरापतिनम में इसरो के दूसरे लॉन्च पैड की घोषणा के बाद से स्टिकर चिपकाने के लिए बेताब है, हताशा की मात्रा केवल उनके अतीत के कुकर्मों को दफनाने की उनकी कोशिश को साबित करती है, लेकिन हमें उन्हें याद दिलाना चाहिए कि डीएमके ही थी, जिसके कारण सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र आज आंध्र प्रदेश में है, न कि तमिलनाडु में.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब इसरो के पहले लॉन्च पैड की परिकल्पना की गई थी, तो तमिलनाडु इसरो की पहली पसंद थी, लेकिन मुख्यमंत्री अन्नादुराई, जो कंधे में गंभीर दर्द के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके, ने बैठक के लिए अपने एक मंत्री मथियाझागन को नियुक्त किया. मंत्री ने इसरो के अधिकारियों को काफी देर तक इंतजार कराया गया और आखिरकार मथियाझागन को ‘नशे की हालत’ में बैठक में लाया गया और पूरी बैठक के दौरान वह असंगत रहे. हमारे देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम को 60 साल पहले यही व्यवहार मिला था, द्रमुक में ज्यादा बदलाव नहीं आया है, और उसकी हालत और खराब हो गई है.