Chhattisgarh Lok Sabha Elections
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगते ही केंद्र की एजेंसियां सक्रिय होकर चुनाव में फर्जी वोट डालने वाले, प्रलोभन देकर मतदाताओं को गुमराह करने वाले और अराजकता फैलाने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाही के लिए निर्वाचन आयोग समेत 20 एजेंसियां नजर रखेंगी।
ये एजेंसियां सूचना मिलने पर कॉर्डिनेशन करके तत्काल कार्रवाई करेंगी। विभागीय अधिकारियों को कॉर्डिनेशन करने में परेशानी ना हो, इसलिए निर्वाचन आयोग इन एजेंसियां का सोशल मीडिया ग्रुप भी बनवाया है।
चुनाव पर नजर रखने वाली एजेंसिया
- राज्य निर्वाचन आयोग – एजेंसियों से मिली रिपोर्ट के आधार पर एक्शन लेगी।
- स्टेट पुलिस डिपार्टमेंट – सुरक्षा एवं लॉ एंड आर्डर मेटेंन करने की जिम्मेदारी मिली है।
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस- टैक्स से संबंधित मामलों की ये एजेंसी जांच करेगी।
- स्टेट एक्साइज डिपार्टमेंट- शराब से संबंधित मामलों की जांच करेगी।
- फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट- ये एजेंसी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय धन शोधन एवं पैसों से संबंधित मामलों की जांच करने में सहयोग करेगी।
- स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी- पैसों से संबंधित मामलों की जांच इन कमेटी के सदस्यों के माध्यम से की जाएगी।
- रिसर्व बैंक ऑफ इंडिया- जब्त किए गए रुपयों की जांच करेंगे। रुपए कहां से आए और किस व्यक्ति के माध्यम से निकाले गए इसकी रिपोर्ट इनके माध्यम से तैयारी की जाएगी।
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स- टैक्स संबंधित जानकारी एजेंसी तैयारी करेगी और आयोग द्वारा जानकारी मांगने पर उपलब्ध कराएगी।
- डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस- ड्रग्स, सोना, हीरे, इलेक्ट्रॉनिक्स, विदेशी मुद्रा और नकली भारतीय मुद्रा सहित अन्य मामलों की जांच चुनाव के दौरान ये एजेंसी करेगी।
- नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड- नशे से संबंधित सामग्री की जांच की जिम्मेदारी इस एजेंसी को दी गई है।
- एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट- पैसों से संबंधित मामलों की जांच की जिम्मेदारी इस एजेंसी के भरोसे है।
- इंडियन रेलवे- रेल मार्ग से आने वाले सामान और यात्रियों की जानकारी रखेंगे। आयोग द्वारा मांगे जाने पर जानकारी को उपलब्ध कराएंगे।
- सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स- यह एजेंसी सुरक्षा और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी का निर्वहन करेगी।
- एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया- एयरपोर्ट आने जाने वाले लोगों की मॉनिटरिंग करेंगे। आयोग द्वारा जानकारी मांगने पर उसे उपलब्ध कराएंगे।
- स्टेट सिविल एविएशन- हवाई मार्ग से आने वाले लोगों की जांच करेगा और उसकी रिपोर्ट तैयार करके चुनाव आयोग को भेजेगा।
- फॉरेस्ट डिपार्टमेंट- जंगलों और मार्ग में पुलिस विभाग की मदद से निगरानी रखना। वहां से आने जाने वाले संदिग्ध गाड़ियों की जांच करना और उसकी रिपोर्ट तैयार करके वरिष्ठ अधिकारियों को भेजना।
- डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट- डाक के माध्यम से आ रहे सामानों की जांच करना। संदिग्ध सामान होने पर संबंधित व्यक्ति की जानकारी निकालना और उसकी रिपोर्ट तैयार करके चुनाव आयोग को देना।
- स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट- वाहनों के कागजातों की जांच का जिम्मा इस विभाग के पास है। वाहन की रिपोर्ट देने का काम ये एजेंसी करेगी।
- स्टेट टैक्स डिपार्टमेंट- टैक्स से संबंधित मामलों की जांच ये टीम करेगी।
- सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स- भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे बड़ा है। ये एजेंसी मतदान केंद्र, मतदान पेटी और कंट्रोल रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी का काम करेगी।
- ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी- यात्रियों, चालक दल, जमीनी कर्मियों और आम जनता को उड़ान में या हवाई अड्डे की सीमा के भीतर होने वाले गैरकानूनी हस्तक्षेप के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करना है।
छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में मतदान 3 चरणों में होगा। 19 अप्रैल को एक सीट, 26 अप्रैल को 3 सीट और 7 मई को 7 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।