CHHATTISGARH BUDGET SESSION
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र में आज प्रश्नकाल में काफी गहमागहमी रही। क्वेचन ऑवर में पहला प्रश्न विधायक राघवेंद्र कुमार सिंह ने किया। उन्होंने बिलासपुर संभाग में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत विद्युत और यांत्रिकी 1 अक्टूबर 2019 से 31 दिसंबर 2024 तक की अवधि में विद्युतीकरण काम में वार्षिक मरम्मत कितनी जगहों पर हुई और इस पर कितनी राशि खर्च की गई। इसके लिए किन किन एजेंसियों और फर्मों को कितनी राशि का भुगतान किया गया।
9156 कार्य कराए, 99 करोड़ 33 लाख रुपये खर्च
इसके जवाब में डिप्टी सीएम और लोकनिर्माण मंत्री अरुण साव ने इसका जवाब दिया। उन्होंने बताया कि 9156 जगहों पर मरम्मत कार्य कराए गए, इसके लिए 99 करोड़ 33 लाख रुपये खर्च हुए। इसके लिए 19 हजार 103 देयक किस एजेंसी को कितनी राशि वर्षवार और कार्यवार दिए गए हैं। इसकी जानकारी भी दी गई है। कई बार ठेकेदार दो तीन काम का एक बार ही बिल ले लेता है। ऐसे में देयक में किस भवन के लिए ये ही इसकी इंट्री नहीं होती है सिर्फ माप पुस्तिका में इसके बारे में इंट्री होती है।
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नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूछा। 100 करोड़ का भुगतान किया गया। किस स्थान के लिए भुगतान किया गया, क्या बिना स्थान और बिना कार्य के ऐसे ही भुगतान करना अनियमिता की श्रेणी में नहीं आता। 5 मार्च को गाइडलाइन जारी करने की क्या जरूरत पड़ी।
साव ने अपना जवाब दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकारी पैसों का दुरुपयोग ना हो इसलिए समय समय पर अधिकारी जरूरी निर्देश और मार्गदर्शन देते हैं। देयक में भवन का उल्लेख नहीं होता। भवन का उल्लेख माप पुस्तिका में होना चाहिए। कोई ऐसी शिकायत है कि गलत ढंग से भुगतान हुआ है तो इसकी जानकारी दें, इस पर कार्रवाई होगी।
एसी का मैंटेनेंस पर तगड़ा सवाल
इस पर चरणदास महंत ने आगे कहा कि मंत्री महोदय मैं आरोप नहीं लगा रहा हूं। इसमें बताया गया है कि एयर कंडिशन के रखरखाव में 2 लाख 66 हजार खर्च हुए है। जबकि 40 से 50 हजार में एयर कंडीशन आ जाता है। इस तरह की अनियमितता प्रश्न में है। मंत्री जी आप अपने अधिकारियों से जरूर पूछिए कि 40 से 50 हजार के एयर कंडीशन उसको 2 लाख से ज्यादा में कैसे बनाते हैं। ताकि अगली बार आप हमें संतुष्ट कर सके।
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विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि किसी प्रश्न से संदर्भित उत्तर डेढ़ हजार पन्नों में दिया गया है। सदस्यों से अनुरोध है कि प्रश्न के दायरे को कोशिश करें कि जवाब सही समय पर आए। अजय चंद्राकर ने बीच में टोकते हुए कहा कि इसी सदन में एक सवाल के जवाब में 5 बंडल का जवाब दिया गया।