Chhattisgarh Balod Anganwadi
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के बड़गाँव में 20 घंटे की खोजबीन के बाद नाले के पास झाड़ियों में 3 साल मासूम नैतिक का शव फंसा मिल गया। घटनास्थल से करीब 3 किमी दूर मासूम का शव मिला है। गौरतलब है कि मंगलवार को दोपहर करीबन डेढ़ बजे आंगनबाड़ी गए 3 साल के नैतिक की पास के नाले में बहने की ख़बर मिली थी।
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बुधवार सुबह घटनास्थल से 3 किलोमीटर दूर भेड़ी नाले के पास उसका शव मिला है। ग्रामीणों की मदद से बच्चे के शव को बाहर निकाला गया और फिर नहर पार कर मासूम के शव को ग्रामीणों की मदद से बाहर लाया गया। इस हृदय विदारक घटना से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम छा गया हैं। कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी गठित की है। घटना डोंडीलोहारा के भेड़ी गांव की है।
Chhattisgarh Balod Anganwadi
दरअसल मंगलवार करीबन डेढ़ बजे जिले के डौंडीलोहारा ब्लाक के ग्राम भेड़ी में बड़ी घटना घट गई थी। जहां आंगनबाड़ी में पढ़ने गया 3 साल का बच्चा नैतिक सिन्हा पिता वासुदेव सिन्हा आंगनबाड़ी केंद्र से लगे साढ़े 3-4 फीट के नाले में खेलते वक्त बह गया था, जिसकी तलाश देर शाम तक प्रशासन की टीम करती रही रही थी।
दूसरे दिन बुधवार को भी बच्चे को ढूंढने नगर सेनानी की टीम द्वारा सर्च अभियान चलाया गया। वही घटना के सूचना मिलते ही मंगलवार को डौंडीलोहारा एसडीएम, पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुची थी और बच्चे की तलाश किया गया था। अब मासूम बच्चे की मौत के बाद पूरे मामले में लापरवाही की बात भी सामने आई है।
इस पूरे मामले में में आगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की लापरवाही की बात देखी जा रही है। वही परिजनों ने आंगनबाड़ी स्टाफ की कार्यकर्ता और सहायिका पर लापरवाही का आरोप लगाया है। अभी तक प्रशासन की तरफ से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के ऊपर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गांव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को लेकर लोगों में नाराजगी है, क्योंकि आंगनबाड़ी जाने के बाद बच्चों की पूरी जवाबदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की होती है।। वहीं इतनी बड़ी नाली को ऐसे खुला छोड़ने के मामले में पंचायत के सचिव और सरपंच की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
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बालोद में अब तक यह 5वीं मौत
- पिछले 5 दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। सभी छोटे-बड़े नदी नाले विकराल रूप में हैं।
- जिस दिन पहली बारिश हुई, उसी दिन दो लोगों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी।
- अगले दिन भानपुरी के एक डॉक्टर कार सहित नाले में बह गए, जिसकी मौत हो गई।
- तीसरे दिन मुल्लेगुड़ का एक 17 वर्षीय बालक बाढ़ की चपेट में आने से नदी में बह गया।
- मंगलवार को 3 साल का मासूम छोटे नाले के तेज बहाव में बह गया।