CHHATTISGARH ASSEMBLY SESSION
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में उस समय भारी हंगामा हो गया जब कांग्रेस विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी की कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कांग्रेस का आरोप है कि जैसे ही पार्टी का कोई विधायक सरकार के खिलाफ किसी मुद्दे को उठाता है, तो उसके घर पर ईडी या अन्य केंद्रीय एजेंसियां छापेमारी करने पहुंच जाती हैं।
ईडी के खिलाफ नारेबाजी
जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, कांग्रेस विधायकों ने ‘ईडी से डराना बंद करो’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया। इस दौरान कांग्रेस विधायक वेल तक पहुंच गए और जोरदार नारेबाजी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कांग्रेस विधायकों से अपील की कि वे प्रश्नकाल चलने दें, लेकिन जब हंगामा नहीं रुका, तो उन्होंने 16 कांग्रेस विधायकों को निलंबित करने का आदेश दे दिया। इसके बावजूद, कांग्रेस विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
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महादेव एप घोटाले से जुड़ा है मामला?
इस पूरे विवाद का संबंध महादेव बेटिंग एप घोटाले से भी जोड़ा जा रहा है। ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाया था कि उन्हें इस घोटाले से 508 करोड़ रुपये मिले थे। हालांकि, बघेल ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया। उनका कहना है कि भाजपा चुनाव से पहले सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
कांग्रेस का पलटवार: “ईडी का इस्तेमाल राजनीति के लिए”
कांग्रेस का कहना है कि महादेव एप के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस ने पहले ही 70 से अधिक मामले दर्ज किए हैं और 450 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। ऐसे में ईडी की जांच का कोई औचित्य नहीं है, बल्कि यह केवल कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश है।
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राजनीतिक सरगर्मियां तेज़
वहीं इस घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति और गरमा गई है। कांग्रेस इस मुद्दे को सड़कों पर भी ले जाने की तैयारी में है, जबकि भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रही है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद और कितना तूल पकड़ता है।