कवर्धा, छत्तीसगढ़ 20 अगस्त 2025
कवर्धा थाना क्षेत्र म एक बड़े ठगी के मामला उजागर होय हवय, जिहां पुलिस तीन ठग मन ल धर दबोचिन हे। आरोपी मन शेयर बाजार म निवेश के नाम म 50 करोड़ रुपए ले जादा के ठगी करिन हें। सबले चौंकावे वाली बात ए रहिस के आरोपी मन बाप-बेटा अउ ओखर एक साथी हवंय।
पुलिस जानकारी अनुसार, आरोपी मन लोगन ल हर महीना 10 प्रतिशत मुनाफा देय के लालच देके, अउ एक बछर के बाद मूलधन वापिस करे के झांसा देके भारी भरकम रकम हड़प ले हें। ई सब करत-करत, उंकर ठगी के जाल पूरा छत्तीसगढ़ भर म फइल गे रहिस।
का रहिस ठगी के तरीका?
आरोपी मन अपन आप ल “फाइनेंशियल कंसल्टेंट” बताथे रहिन। सोशल मीडिया, फोन कॉल अउ फर्जी दस्तावेज के सहारा ले, लोगन ल निवेश करे बर मजबूर करथें। उंकर योजना ए रहिस के:
हर महीना 10% ब्याज/मुनाफा
एक साल बाद मूलधन वापसी
शेयर मार्केट म ‘गारंटीड रिटर्न’ के झांसा
एकर बाद, जब रकम मोटा होगे, उंकर दफ्तर बंद, फोन बंद, अउ आरोपी गायब हो जाथें। पीड़ित मन जब थाने पहुंचिन, त मामला सामने आइस।
पुलिस के कारवाही
कवर्धा पुलिस जांच करते-करते आरोपी मन तक पहुंचिस अउ 3 जन ल धर पकड़े हें। तीनों आरोपी मन कवर्धा, बिलासपुर अउ रायपुर म अपन नेटवर्क चलावत रहिन। पुलिस के अनुसार, ठगी के रकम 50 करोड़ रुपए के पार हो सकत हे।
गिरफ्तार आरोपी मन के नाम
रामकुमार वर्मा (पिता)
संदीप वर्मा (बेटा)
मनीष शर्मा (सहयोगी)
कलेक्टर अउ एसपी का कहिथे?
कवर्धा एसपी कहिन – “आरोपी मन बहुत चालाकी से पूरा प्रदेश म निवेशकों ल फंसा दे रहिन। जउन दस्तावेज जब्त करे गे हें, उमें कई फर्जी अकाउंट अउ लेन-देन के सबूत मिले हें।”
कलेक्टर कहिन – “जिन भी लोगन ठगी के शिकार होय हें, वो मन थाने म संपर्क करं। पूरा मामला ल आर्थिक अपराध शाखा जांच करही।”
सावधानी जरूरी हे!
ए मामला एक ठोस सबक देवत हे – निवेश करे से पहिली, कंपनी के बैकग्राउंड, रजिस्ट्रेशन, SEBI अप्रूवल के जांच जरूर करं। जउन भी योजना ‘गारंटीड मुनाफा’ के दावा करथे, ओमा धोखा हो सकथे।