CG Congress Protest
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में उस समय उथल-पुथल मच गई जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास समेत कई अन्य ठिकानों पर 10 मार्च को छापेमारी की। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।
ईडी की कार्रवाई और भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया
ईडी ने बघेल के आवास पर घंटों तलाशी ली और कुछ दस्तावेज व डिजिटल डेटा जब्त किए। छापे के बाद भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा—
“ईडी मेरे घर से चली गई है। उन्हें यहां से तीन चीजें मिलीं— मंतूराम और डॉ. पुनीत गुप्ता (रमन सिंह के दामाद) के बीच करोड़ों के लेन-देन की बातचीत की पेनड्राइव, रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की सेल कंपनी से जुड़े दस्तावेज, और मेरे पूरे संयुक्त परिवार के पास मौजूद 33 लाख रुपये जिनका हिसाब दिया जाएगा। लेकिन, ईडी अधिकारी कोई ईसीआईआर नंबर नहीं दे पाए।”
भूपेश बघेल ने इसे केंद्र सरकार की रणनीति बताते हुए कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
CG Congress Protest
कांग्रेस का राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन
इस छापेमारी के विरोध में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 11 मार्च को पूरे राज्य में जिला मुख्यालयों पर ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया। प्रदर्शन के दौरान ईडी और भाजपा सरकार के पुतले जलाए जाएंगे और कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि “मोदी सरकार की तानाशाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कांग्रेस नेताओं को डराने के लिए ईडी जैसी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।”
CG Congress Protest
राजनीतिक असर और आगे की रणनीति
इस पूरे घटनाक्रम ने छत्तीसगढ़ की राजनीति को गरमा दिया है। कांग्रेस इसे चुनावी साजिश बता रही है, जबकि भाजपा इसे कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा कह रही है। ऐसे में आगामी दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है और छत्तीसगढ़ की सियासत में हलचल मच सकती है।
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