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BREAKING NEWS : छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा पर नक्सलियों का तांडव, सड़क निर्माण में लगे मुंशी की हत्या, 7 वाहन जलाए

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बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में सोमवार तड़के नक्सलियों ने एक बार फिर खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। झारखंड सीमा से लगे महुआडांड थाना क्षेत्र के ओरसापाठ गांव में चल रहे सड़क निर्माण कार्य पर हमला कर माओवादियों ने ड्यूटी पर तैनात एक मुंशी की बेरहमी से हत्या कर दी। यही नहीं, निर्माण स्थल पर खड़े सात वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। इस हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और पुलिस अलर्ट पर है।

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यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में माओवादियों के खिलाफ सबसे बड़ा सुरक्षा अभियान चल रहा है। लेकिन माओवादी लगातार राज्य के अन्य सीमावर्ती इलाकों में विकास कार्यों को निशाना बना रहे हैं। नक्सलियों ने इस बार सड़क निर्माण को बाधित करने के इरादे से मजदूरों और वाहनों को निशाना बनाया।

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जानकारी के मुताबिक, ओरसापाठ गांव में सड़क निर्माण का कार्य जारी था और वहां सुरक्षा के बिना काम चल रहा था। इसी का फायदा उठाकर नक्सलियों ने सोमवार तड़के हमला बोला। मुंशी की हत्या के बाद उन्होंने जेसीबी और अन्य निर्माण वाहनों में आग लगा दी। आगजनी की घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और मजदूरों में दहशत फैल गई।

घटना की जानकारी मिलते ही बलरामपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाकर जांच शुरू कर दी गई है। सरगुजा रेंज के आईजी आरएल डांगी ने बताया कि यह हमला सामरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जो झारखंड सीमा के पास स्थित है और माओवादी गतिविधियों के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है।

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इसी दिन महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले के अबुझमाड़ जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिया गया। अबुझमाड़ का इलाका न केवल महाराष्ट्र बल्कि छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ है और वर्षों से नक्सल गतिविधियों का गढ़ बना हुआ है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भी नक्सलियों से मुठभेड़ में कोबरा फोर्स के दो जवान शहीद हो गए थे। ऐसे में लगातार हो रही इन घटनाओं से स्पष्ट है कि माओवादी अभी भी सक्रिय हैं और विकास कार्यों में बाधा डालने के इरादे से हिंसा का रास्ता अपना रहे हैं।

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