Boycott Turkey
तुर्की में डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भारतीयों की खास रुचि रही है, लेकिन अब इस पर विराम लगाने की मांग उठ रही है। भारत-पाकिस्तान के तनाव के बीच तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करना भारतीयों को नागवार गुजरा है। इसका असर अब पर्यटन और वेडिंग इंडस्ट्री पर भी दिखाई देने लगा है।
राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला ने स्पष्ट रूप से कहा है कि “तुर्की में अब किसी भी भारतीय की डेस्टिनेशन वेडिंग नहीं होनी चाहिए।” इससे पहले भारत ने तुर्की से सेब और मार्बल के आयात पर भी रोक लगा दी थी। अब वेडिंग और टूरिज्म सेक्टर में भी तुर्की का बहिष्कार करने की शुरुआत हो चुकी है। EaseMyTrip और Ixigo जैसे प्रमुख ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म्स ने भी तुर्की की बुकिंग न लेने का फैसला किया है।
Boycott Turkey
खबरों के अनुसार,
- वर्ष 2022 में तुर्की में करीब 1000 डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थीं, जिनमें सबसे बड़ी संख्या भारतीय जोड़ों की थी।
- वहीं, 2024 में करीब 50 भारतीय जोड़ों ने तुर्की में शादी की।
भारतीय जोड़े तुर्की के इस्तांबुल को सबसे अधिक पसंद करते हैं। वहां के सुंदर लोकेशन्स और ऐतिहासिक स्थल वेडिंग के लिए बेहद लोकप्रिय हैं। अमेरिका और अन्य देशों के लोग भी तुर्की को अपनी शादी के लिए चुनते हैं, लेकिन भारतीयों की भागीदारी सबसे ज्यादा रही है।
अब जब “बायकॉट तुर्की” अभियान जोर पकड़ रहा है, तो इस बात की पूरी संभावना है कि भविष्य में तुर्की में भारतीयों की शादियों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।