AB News

Blast at Khyber Pakhtunkhwa in Pakistan: पाकिस्तान में धमाका, पांच चीनी समेत 6 की मौत, क्या PAK Army के हाथ से खिसक रहा खैबर पख्तूनख्वा

Blast at Khyber Pakhtunkhwa in Pakistan

खैबर पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में धमाका हुआ। बम धमाके में पांच चीनी नागरिक समेत 6 लोग मारे गए हैं। इससे हमले के बाद पाकिस्तान के अंदरूनी मामले समेत पीओके पर नजर रखने वाले लोग मानते हैं कि अब खैबर का इलाका पाकिस्तान के हाथ से निकलता जा रहा है। पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लगातार बलूच लड़ाकों की ताकत बढ़ रही है।

Blast at Khyber Pakhtunkhwa in Pakistan

ताजा मामला 26 मार्च का है। इस्लामाबाद से दासू कैंप जा रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया। विद्रोहियों ने धमाके के लिए विस्फोटक से भरी कार दूसरे वाहन से ट। यह हमला बलूच विद्रोहियों द्वारा नौसैनिक अड्डे पर हमले के कुछ घंटों बाद हुआ। हमले में BLA का हाथ बताया जा रहा है।

बलोच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड द्वारा नेवल बेस पर इस हफ्ते किया गया ये दूसरा हमला है। इससे पहले BLA ने 20 मार्च को ग्वादर में मिलिट्री इंटेलिजेंस के मुख्यालय पर हमला किया था। इसमें 2 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे, जबकि सिक्योरिटी फोर्सेस ने 8 आतंकियों को ढेर किया था।

इस मामले में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके के एक राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हाथ से अब खैबर का इलाका निकलता जा रहा है।

पाकिस्तान के जियो न्यूज ने मलकंद के डीआईजी के हवाले से बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे अपने वाहन को उस कार से टकरा दिया, जिसमें चीनी नागरिक यात्रा कर रहे थे। हमले में पांच चीनी नागरिकों की मौत हो गई. एक पाकिस्तानी ड्राइवर को चोटें आईं और उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसने भी दम तोड़ दिया।

खबर है कि मरने वाले सभी चीनी नागरिक इंजीनियर थे जो इस्लामाबाद से दासू कैंप, कोहिस्तान जा रहे थे।
उधर पाकिस्तान से चीनी दूतावास ने हमले की “गहन जांच” और अपराधियों के लिए “कड़ी सजा” की मांग की है। दूतावास ने कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावास ने तुरंत इमरजेंसी काम शुरू कर दिया है।

माना जा रहा है कि BLA के ग्वादर में हमले का भी चीन से कनेक्शन है। दरअसल, चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर के तहत ग्वादर पोर्ट का ज्यादातर मैनेजमेंट चीनी कंपनियों के पास है और बलोच ऐसा होने नहीं देना चाहते हैं।​​ इस बारे में जापान के अखबार ‘निक्केई एशिया’ ने एक रिपोर्ट में दावा किया कि पाकिस्तान के सभी आतंकी संगठन चीनी नागरिकों और उनके कारोबार या कंपनियों को ही निशाना बनाने की तैयारी कर चुके हैं। इसकी वजह यह है कि बीते 5 साल में यहां उनकी ताकत और रसूख बहुत तेजी से बढ़ा है।

Exit mobile version