BJP State In-charges List
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद अब बीजेपी संगठन को मजबूत करने में लग गई है। ऐसी के तहत पार्टी ने गुरुवार देर रात बिहार और राजस्थान के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बदल डाले। बिहार का प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल को बनाया गया है।
read more – CG WEATHER : प्रदेश के कई जिलों भारी बारिश के कारण नदी नाले उफान पर, जानिए आपके शहर का कैसा रहेगा मिज़ाज़
तो वही मदन राठौड़ को राजस्थान बीजेपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही साथ पार्टी ने देश के अलग-अलग राज्यों में आगे होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 6 राज्यों में प्रभारी को नियुक्त की गयी है। 2 राज्यों में भाजपा ने सह प्रभारी को नियुक्त किया है। इन राज्यों में असम, चंडिगढ़, लक्ष्यद्वीप, राजस्थान, तमिलनाडु और त्रिपुरा शामिल हैं।
राजस्थान में मदन राठौड़ की नियुक्ति
राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को राजस्थान का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। राठौड़ के अनुभव और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए, पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए प्रदेश की कमान दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मदन राठौड़ के ऊर्जावान नेतृत्व और कुशल मार्गदर्शन में बीजेपी राज्य में नई सफलताओं की ओर बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने भगवान राम से राठौड़ के उत्कृष्ट कार्यकाल की प्रार्थना की। राठौड़ मूल ओबीसी में घांची समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। बता दें मदन राठौड़ पाली की सुमेरपुर विधानसभा से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे 2013 से 2018 तक सरकारी मुख्य उप सचेतक भी रहे हैं। वही मदन राठौड़ पीएम मोदी के पुराने परिचित हैं।
दिलीप जायसवाल बने नए प्रदेश अध्यक्ष
इसके बाद ही हाइकमान ने बिहार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष भी बदल दिया है। सम्राट चौधरी की जगह अब दिलीप जायसवाल को नया प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है। बता दें कि दिलीप जायसवाल नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में भूमि सुधार मंत्री भी हैं। ऐसे में कुशवाहा वोट बैंक में विपक्ष की सेंधमारी सम्राट चौधरी को पद से हटाए जाने का मुख्य कारण बताया जा रहा है। बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले दिलीप जायसवाल बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वे तीसरी बार विधानपरिषद् के सदस्य नियुक्त हुए हैं। इससे पहले लगातार 20 सालों तक बिहार में बीजेपी के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। बता दें कि दिलीप जायसवाल अतिपिछड़ा वैश्य समुदाय से आते हैं। ऐसे में बीजेपी ने अतिपिछड़ा वोट बैंक को साधने के लिए उन पर दांव चला है।