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Wednesday, October 15, 2025

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जन्मदिन विशेष: दादा थे विधायक पोता बना मुख्यमंत्री! आर्थिक संकट से जूझे लेकिन रुके नही.. पढ़िए CM विष्णुदेव साय की कहानी

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज अपना 60वां जन्मदिन मना रहे है, प्रदेश ही नही देश भर से जन्मदिन की बधाइयां उन्हें मिल रही है. आज हम आपको विष्णुदेव साय से जुड़ी कुछ रोचक बातें बताने जा रही है कि कैसे किसान परिवार से आने वाले विष्णुदेव साय आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने है.

दादा थे विधायक पोता बना मुख्यमंत्री
विष्णुदेव साय किसान परिवार से आते है, लेकिन उनके परिवार के राजनीतिक अनुभव का लाभ उन्हें मिला, उनके बड़े पिताजी स्वर्गीय नरहरि प्रसाद साय, स्वर्गीय केदारनाथ साय लंबे समय से राजनीति में रहे, स्वर्गीय नरहरि प्रसाद लैलूंगा और बगीचा से विधायक और बाद में सांसद चुने गए, केंद्र में संचार राज्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने काम किया, स्वर्गीय केदारनाथ साय तपकरा से विधायक रहे, विष्णुदेव साय के दादा स्वर्गीय बुधनाथ साय भी सन् 1947-1952 तक विधायक रहे, विष्णुदेव साय ने भाजपा के काद्यावर नेता स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के सानिध्य में राजनीति की A B C D सीखी थी और अब वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे हैं.

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मुख्यमंत्री बने विष्णुदेव साय का जन्म और उनकी शिक्षा
स्वर्गीय पिता राम प्रसाद साय और माता जसमनी देवी साय के घर विष्णुदेव साय का जन्म 21 फरवरी 1964 को हुआ, विष्णुदेव साय का विवाह 27 मई 1991 को श्रीमती कौशल्या देवी साय से हुआ, उनके एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं, विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के कुनकुरी से अपनी हायर सेकेण्डरी की शिक्षा ली. कक्षा चौथी में पढ़ाई के दौरान ही विष्णुदेव साय के सर से पिता रामप्रसाद साय का साया उनके सिर से उठ गया था. मां जसमणी देवी और तीन छोटे भाई ओमप्रकाश साय, जय प्रकाश साय, विनोद साय के साथ परिवार के सामने सभी परेशानियां खड़ी हो गई थीं.

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माता जसमनी देवी के साथ विष्णुदेव साय

आर्थिक संकट से जूझते हुए अपने ग्राम बगिया के स्कूल से कक्षा पांचवी तक की पढ़ाई पूरी की और मिडिल स्कूल की पढ़ाई के लिए वह जशपुर जिले के कुनकुरी चले गए, यहां एक कच्चे मकान के छोटे से कमरे में रहकर 11वीं की पढ़ाई पूरी की, खेती किसानी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण उन्होंने हायर सेकेंडरी के आगे पढ़ाई नहीं की, विष्णुदेव साय के तीन छोटे भाई ओम प्रकाश साय जो बगिया में सरपंच थे और जय प्रकाश साय भेल में मुंबई में इंजीनियर है, वही सबसे छोटे विनोद साय रायपुर में विद्युत विभाग में इंजीनियर है.

अपनी पत्नि कौशल्या देवी साय के साथ विष्णुदेव साय
अपनी पत्नि कौशल्या देवी साय के साथ विष्णुदेव साय

पंच, सरपंच फिर मुख्यमंत्री बने विष्णुदेव साय
अविभाजित मध्यप्रदेश में सन् 1989 में बगिया ग्राम पंचायत के पंच के रूप में अपने राजनीतिक जीवन शुरुआत की, विष्णुदेव साय सन् 1990 में ग्राम पंचायत बगिया के निर्विरोध सरपंच चुने गए, साय सन् 1990 में पहली बार तपकरा विधानसभा से विधायक बने, साय 1990 से 98 तक तत्कालिन मध्यप्रदेश के विधानसभा तपकरा से दो बार विधायक रहे, विष्णुदेव साय सन् 1999 से लगातार रायगढ़ से 4 बार सांसद चुने गए, उन्होंने लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से सन् 1999 में 13वीं लोकसभा, 2004 में 14वीं लोकसभा, सन् 2009 में 15वीं लोकसभा और 2014 में 16वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में उल्लेखनीय कार्य किए, विष्णुदेव साय ने 27 मई 2014 से 2019 तक केन्द्रीय राज्य मंत्री के रूप में इस्पात, खान, श्रम व रोजगार मंत्रालय का प्रभार संभाला.

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