Bilaspur priest murder: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। तखतपुर थाना क्षेत्र के परसाकापा गांव में स्थित पाठ बाबा मंदिर के पुजारी की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी गई। रविवार सुबह मंदिर पहुंचे परिजनों ने पुजारी को खून से लथपथ हालत में मृत देखा। घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत और गम का माहौल है।

सुबह चाय देने पहुंची मां, खून से सनी मिली लाश
Bilaspur priest murder: रोजाना की तरह सुबह करीब 6 बजे पुजारी की मां मंदिर में बेटे को चाय देने पहुंचीं। लेकिन वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। मंदिर परिसर में उनका बेटा जागेश्वर पाठक उर्फ मोटू (30 वर्ष) लहूलुहान हालत में मृत पड़ा हुआ था। शरीर पर कई जगह धारदार हथियार से वार के निशान साफ दिखाई दे रहे थे। मां के शोर मचाने पर ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
चोरी के इरादे से हत्या की आशंका
Bilaspur priest murder: प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मंदिर में चोरी करने आए बदमाशों ने पुजारी की हत्या की होगी। मंदिर से पुजारी का मोबाइल भी गायब है और घटनास्थल पर हमलावरों की चप्पलें पड़ी मिली हैं। माना जा रहा है कि पुजारी ने चोरी का विरोध किया होगा, जिसके चलते बदमाशों ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए।
ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा पर उठे सवाल
Bilaspur priest murder: घटना के बाद से गांव में आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर परिसर में ऐसी घटना होना बेहद शर्मनाक है। पुजारी मंदिर में ही रहते थे और देर रात तक पूजा-अर्चना करते थे। गांव के लोग उनसे बेहद जुड़े हुए थे। उनकी अचानक इस तरह हत्या होने से सभी स्तब्ध हैं। साथ ही, ग्रामीणों ने मंदिरों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम जुटी जांच में
Bilaspur priest murder: मामले की सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ शुरू कर दी है। तखतपुर थाना प्रभारी का कहना है कि आरोपियों की पहचान के लिए हर पहलू पर जांच की जा रही है और जल्द ही हत्या के दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
Bilaspur priest murder: जागेश्वर पाठक उर्फ मोटू पिछले कई वर्षों से पाठ बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे। वे अविवाहित थे और गांव में उनकी एक सीधी-सादी पहचान थी। मां अक्सर सुबह-शाम उनके लिए भोजन और चाय मंदिर में पहुंचाती थीं। बेटे की खून से लथपथ लाश देखकर मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
लगातार बढ़ रहे अपराधों से दहशत
Bilaspur priest murder: इस वारदात ने एक बार फिर से इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन चोरी और लूट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पुलिस केवल कागजों पर गश्त करती है, जबकि हकीकत में असामाजिक तत्व खुलेआम घूम रहे हैं। पुजारी की हत्या ने इस डर को और गहरा कर दिया है।