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Big Cyber Fraud : गोपालगंज में ₹1.05 करोड़…सोना‑चांदी और बैंक दस्तावेज़ बरामद…! साइबर ठगी का बड़ा खुलासा

Major Cyber ​​Fraud: ₹1.05 crore...gold, silver, and bank documents recovered in Gopalganj! Major cyber fraud exposed.

Big Cyber Fraud

पटना, 21 अक्टूबर। Big Cyber Fraud : बिहार के गोपालगंज में पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एक घर से एक करोड़ 5 लाख 49 हजार 850 रुपये नगद, 344 ग्राम सोना, 1.75 किलोग्राम चांदी और साइबर ठगी से जुड़े कई अन्य सामान जब्त किए हैं। पुलिस ने छापेमारी में दो आरोपियों, अभिषेक कुमार और आदित्य कुमार को गिरफ्तार किया है, जो सगे भाई हैं। अभिषेक कुमार पहले चाय की दुकान चलाता था, लेकिन बाद में वह दुबई चला गया, जहां से वह इस साइबर ठगी के नेटवर्क को संचालित करने लगा। उसका भाई आदित्य कुमार गांव में रहकर इस गैरकानूनी गतिविधि में उसका सहयोग करता था।

पुलिस की कार्रवाई

साइबर डीएसपी अवंतिका दिलीप कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर 17 अक्टूबर को गोपालगंज में एक मकान पर छापेमारी की गई थी। पुलिस ने मौके से 85 एटीएम कार्ड, 75 बैंक पासबुक, 28 चेकबुक, दो लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन और एक लग्जरी कार भी बरामद की है। पुलिस ने बताया कि अधिकतर एटीएम और पासबुक बेंगलुरु के मिले हैं, जिसके बाद पुलिस व साइबर सेल की टीम पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ये भी जांच रही है कि क्या इन खातों का इस्तेमाल राष्ट्रीय स्तर के साइबर नेटवर्क से जुड़ा था।

धन के स्रोत छुपाने की रणनीति

बहरहाल, यह एक बहु‑राज्यीय साइबर ठगी नेटवर्क का मामला है। सिर्फ स्थानीय या सीमित स्तर का अपराध नहीं। नकदी, सोना, चांदी, बैंक दस्तावेजों (एटीएम/पासबुक) का संयोजन बताता है कि ठग‑गिरोह ने लेनदेन को नकद में बदलने और धन के स्रोत को छुपाने की रणनीति अपनाई थी। बेंगलुरु/रांची जैसे स्थानों से कनेक्शन मिलना इस बात का संकेत है कि ये गिरोह तकनीकी व बैंकिंग नेटवर्क का व्यापक उपयोग कर रहा था। गिरफ्तारी और बरामदगी बड़े पैमाने पर हुई है, पर अभी बहुत‑सी जाँच बाकी है, जैसे अन्य साथी कौन‑कौन हैं, धन का वास्तविक स्रोत क्या था, नेटवर्क किस हद तक फैला है।
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