Bhim Army
रायपुर। मोवा थाना क्षेत्र में एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा युवक की पिटाई का मामला तूल पकड़ चुका है। इस घटना के खिलाफ भीम आर्मी ने सोमवार को पंडरी थाने का घेराव किया। नाराज प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपी पुलिसकर्मी को बर्खास्त किया जाए। हालात को देखते हुए थाने को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
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क्या है पूरा मामला?
पीड़ित युवक गोपाल दास डहरिया, जो सड्डू सेक्टर-8 का निवासी है, 12 मार्च की रात विज्ञान भवन के पास अपने भाई की चाय दुकान पर खड़ा था। इस दौरान मोवा थाने के पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और कथित रूप से बिना किसी कारण उसे थप्पड़ मार दिया। जब युवक ने विरोध किया, तो उसे गालियां दी गईं और डंडे से पीटा गया।
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युवक ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी उसे जबरन गाड़ी में बैठाने लगे, जिससे डरकर वह भाग गया। इसके बाद वह अपने परिजनों और दोस्तों के साथ थाने पहुंचा और लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई FIR दर्ज नहीं की गई, न ही मेडिकल परीक्षण कराया गया।
प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई
इस घटना के खिलाफ भीम आर्मी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और पंडरी थाने का घेराव कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपी कांस्टेबल मनीष साहू को बर्खास्त किया जाए। हालात को काबू में रखने के लिए ASP, दो CSP, और सात थानों के TI समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
हालांकि, रायपुर SSP डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने 16 मार्च को आरोपी कांस्टेबल को लाइन अटैच कर दिया था, लेकिन इस बारे में मीडिया को जानकारी नहीं दी गई थी।
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अब क्या होगा?
पुलिस अफसर प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि—
- पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
- FIR दर्ज करने में देरी क्यों की गई?
- क्या पीड़ित को न्याय मिलेगा?