Bastar journalists in AP jail
छत्तीसगढ़ में बस्तर के 4 पत्रकारों की गांजा केस में आंध्र प्रदेश के चिंतुर में गिरफ्तारी की गई है। जिसमे दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ के अध्यक्ष बप्पी राय, धर्मेंद्र सिंह, मनीष सिंह और शिवेंदु उर्फ निशु त्रिवेदी के नाम शामिल हैं। ये चारों पत्रकार अवैध रूप से हो रही रेत तस्करी की खबर बनाने के लिए गए थे।
इनकी गिरफ्तारी के बाद से बस्तर समेत पूरे छत्तीसगढ़ के पत्रकारों में रोष है। तो वही इस मामले में कांग्रेस नेताओं ने जेल में बंद पत्रकारों से मुलाकात की कर उनका साथ देने और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन भी दिया। वही पत्रकारों का कहना है कि, इन्हें फर्जी केस बनाकर कर इनकी कार में गांजा रखा गया है। इसमें कोंटा के थानेदार अजय सोनकर और रेत तस्करों की भूमिका सामने आई।
राजमुंदरी जेल में कांग्रेस जांच दल
बस्तर में पत्रकारों को कथित रूप से गांजा तस्करी के आरोप में फंसाने के मामले में कांग्रेस ने जांच दल का गठन किया है। जिसमे छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री मोहन मरकाम के नेतृत्व में 6 सदस्यीय जांच दल गठित की गई है। इस जांच दल में पूर्व मंत्री कवासी लखमा, विधायक विक्रम मंडावी भी शामिल है। सोमवार को कांग्रेस नेता आंध्रप्रदेश के राजमेंदरी जेल पहुंचे और जेल में बंद पत्रकारों से मुलाकात कर घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कारर्वाई की मांग की। इसके साथ ही कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार पत्रकारों को डराने धमकाने और उनकी आवाज दबाने के लिए ऐसा कर रही है।