रायपुर, 13 अक्टूबर। Bharatmala Project Scam : छत्तीसगढ़ में भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाले से जुड़ी बड़ी कार्रवाई सामने आई है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW)...
Kerala Bank Beef Ban: केरल के एर्नाकुलम जिले के कोच्चि में स्थित केनरा बैंक में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां बैंक मैनेजर द्वारा कैंटीन में बीफ परोसने पर प्रतिबंध लगाने के बाद कर्मचारियों ने अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने न केवल बैंक परिसर में ‘बीफ फेस्टिवल’ मनाया, बल्कि बैंक मैनेजर के केबिन के सामने बैठकर बीफ और पराठे का स्वाद लिया। यह घटना 28 अगस्त को हुई और अब यह मामला राज्यभर में सुर्खियों में है।
Kerala Bank Beef Ban: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोच्चि स्थित इस शाखा के रीजनल मैनेजर मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। हाल ही में उनकी नियुक्ति केरल में हुई है। बैंक की कैंटीन में समय-समय पर कर्मचारियों के लिए बीफ परोसा जाता था, लेकिन मैनेजर ने इसे प्रतिबंधित करने का आदेश दिया। उन्होंने कैंटीन कर्मचारियों से साफ कहा कि अब बैंक परिसर में बीफ नहीं बनना चाहिए।
मैनेजर के इस फैसले के बाद कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि यह न केवल व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है बल्कि संविधान के अधिकारों के खिलाफ भी है।
कर्मचारियों का अनोखा विरोध
Kerala Bank Beef Ban: बीफ बैन का विरोध करने के लिए बैंक एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) के नेतृत्व में कर्मचारियों ने खास रणनीति बनाई। शुरुआत में वे बैंक मैनेजर के “अपमानजनक व्यवहार” और “मानसिक उत्पीड़न” के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन जब बीफ बैन का आदेश आया तो उन्होंने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया।
फेडरेशन के नेता एसएस अनिल ने कहा, “खाना-पीना हर व्यक्ति का व्यक्तिगत अधिकार है। कोई किसी को बीफ खाने के लिए मजबूर नहीं कर रहा, लेकिन किसी को इसे प्रतिबंधित करने का हक भी नहीं है। हमने मैनेजर के फैसले के खिलाफ बीफ फेस्टिवल मनाकर अपना विरोध दर्ज कराया।”
बीफ फेस्टिवल के दौरान कर्मचारियों ने मैनेजर के केबिन के सामने बैठकर बीफ और पराठे खाए। यह नजारा वहां मौजूद लोगों के लिए चौंकाने वाला था।
नेताओं का समर्थन
Kerala Bank Beef Ban: यह मामला बैंक से निकलकर राजनीति तक पहुंच गया। वाम समर्थित निर्दलीय विधायक केटी जलील ने कर्मचारियों के इस कदम का समर्थन किया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा “केरल में संघ परिवार का कोई एजेंडा लागू नहीं होगा। क्या खाना है, क्या पहनना है और क्या सोचना है—यह किसी और के हाथ में नहीं हो सकता। यहां के लोग अपनी आज़ादी से समझौता नहीं करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि केरल की धरती हमेशा से प्रगतिशील विचारधारा की रही है और यहां कम्युनिस्ट विचारधारा का गहरा प्रभाव है।
Kerala Bank Beef Ban: इस घटना ने अब संवैधानिक बहस को भी जन्म दे दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत का संविधान हर नागरिक को अपनी खानपान की स्वतंत्रता देता है। हालांकि, कई राज्यों में बीफ पर पहले से ही बैन लागू है। केरल उन राज्यों में शामिल है जहां बीफ आमतौर पर खाया जाता है और यह सांस्कृतिक तौर पर भी वहां की खानपान की आदतों का हिस्सा है।
विवाद और असर
Kerala Bank Beef Ban: बैंक कर्मचारियों का यह विरोध प्रदर्शन अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। कई लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मुद्दा बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग बैंक मैनेजर के पक्ष में भी खड़े हैं। उनका तर्क है कि बैंक जैसे संस्थानों में विवादित खाद्य पदार्थों को लेकर अनुशासन होना चाहिए।
फिलहाल बैंक प्रबंधन ने इस पूरे विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि अगर मैनेजर ने अपना आदेश वापस नहीं लिया तो वे और बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।