Balrampur Violence
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के कोतवाली थाना में स्वास्थ्यकर्मी की मौत के मामले में थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और आरक्षक अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 8 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। बता दें, बीती रात बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
Balrampur Violence
सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने रात में कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने थाने में पथराव कर दिया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
देर रात तक हंगामे के बाद थाने और एसपी कार्यालय के सामने एनएच पर चक्काजाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ को पुलिस ने हटाया। जिसके बाद एसपी ने बलरामपुर थाना प्रभारी और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। वहीं शहर में भारी पुलिस बल तैनात है।
Balrampur Violence
कांग्रेस ने बनाई जांच समिति
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मांग किया कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इस बात की जाँच होनी चाहिए कि यह हत्या है या आत्महत्या? कहीं पुलिस की पिटाई से मौत तो नहीं हुई? हमें शंका है उसे मारकर फांसी पर लटका दिया गया। कांग्रेस इस घटना को लेकर गंभीर है। जिसके जाँच के लिए कांग्रेस ने आठ सदस्यों वाली जाँच टीम का गठन किया है। इस कमेटी में डॉ. अजय तिर्की को संयोजक बनाया गया हैं।
वहीं आईजी सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि युवक की पत्नी लापता है। उसे पूछताछ के लिए थाने में बुलाया था। मामले में न्यायिक जांच होगी। एसपी ने जिला न्यायधीश को इसके लिए पत्र लिखा है। जांच में जो भी बात सामने आएगी, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हिरासत में मौत को लेकर मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत कार्रवाई की जा रही है।