Bajrang Punia, Sakshi Malik and Vinesh Phogat have filed a petition in the Delhi High Court to stop the selection trials conducted by the Wrestling Federation of India (WFI)
नई दिल्ली. बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) द्वारा आयोजित चयन ट्रायल को रोकने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, WFI ने 10 और 11 मार्च को विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों के चयन के लिए ट्रायल आयोजित करने का फैसला किया है, इन पहलवानों को भी ट्रायल में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था.
बजरंग, विनेश, साक्षी और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की, मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी, बजरंग ने कहा, “मुझे समझ में नहीं आता कि भारत सरकार द्वारा निलंबित खेल ईकाई ट्रायल का ऐलान कैसे कर सकती है, सरकार क्यों चुप है? “WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से अतीत को भुलाकर ट्रायल में भाग लेने का आग्रह किया था, बजरंग ने कहा कि वह अकेले नहीं बल्कि साक्षी और विनेश भी ट्रायल में नहीं उतरेंगी, यह हमारा संयुक्त फैसला है, इसमें हम साथ हैं.
संजय सिंह ने बयान दिया कि मैं भारतीय कुश्ती महासंघ की सभी मान्यता प्राप्त इकाइयों को सूचित करना चाहता हूं कि टूर्नामेंट के लिए टीम का चयन करने के लिए ट्रायल 10 और 11 मार्च को होगा, ये ट्रायल्स IG खेल परिसर के केडी यादव कुश्ती इंडोर स्टेडियम में होंगे, चयन ट्रायल्स 11 से 16 अप्रैल तक बिश्केक (किर्गिस्तान) में सीनियर एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप और 19 से 21 अप्रैल तक उसी स्थान पर एशियाई ओलिंपिक क्वालिफायर टूर्नामेंट के लिए टीमों का चयन करने के लिए आयोजित किए जाएंगे.
WFI से हटाया गया था बैन
इससे पहले यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) पर लगा निलंबन तत्काल प्रभाव से हटा लिया था, UWW ने साल 2023 अगस्त में WFI को निलंबित कर दिया था, क्योंकि WFI तय समय पर चुनाव कराने में विफल रहा था, दूसरी ओर, भारतीय खेल मंत्रालय ने WFI की कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनकी हर कार्यप्रणाली पर रोक लगाई थी.