Amarnath Yatra 2025
बुधवार से श्री अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो गया है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा में प्रथम पूजा और दर्शन का आयोजन किया गया। समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाले हिमलिंग के प्रथम दर्शन के साथ यात्रा की धार्मिक प्रक्रियाएं औपचारिक रूप से शुरू हो गई हैं।
बता दें कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जो अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, परिस्थितियां अनुकूल रहने पर इस पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। श्राइन बोर्ड के सीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस प्रथम पूजा का हिस्सा बने।
इस बार अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर रक्षा बंधन यानी 9 अगस्त तक चलेगी। कुल 38 दिन की इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा और सुविधा के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। यात्रा मार्गों पर 125 से अधिक लंगर लगाए जाएंगे, जिनमें देशभर से आए श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन और विश्राम की सुविधा मिलेगी। लंगर व्यवस्था श्रीनगर, पहलगाम, बालटाल, पंचतरणी, शेषनाग, चंदनबाड़ी और पवित्र गुफा तक फैली होगी।
Amarnath Yatra 2025
लंगरों में भोजन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखते हुए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने मीनू भी निर्धारित किया है, जिसमें अत्यधिक तेल वाली वस्तुओं से परहेज रखने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा कश्मीरियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने पहलगाम में स्थानीय कारोबारियों से मुलाकात कर यह भरोसा दिलाया कि तीर्थयात्रियों को हर संभव सुविधा और सहयोग मिलेगा, जिससे यात्रा न सिर्फ सफल होगी बल्कि पर्यटन को भी नया बल मिलेगा।
यात्रा की तैयारियों को लेकर जम्मू से पहला जत्था 2 जुलाई को रवाना होगा, और देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए विशेष परिवहन व सुरक्षा व्यवस्थाएं की गई हैं। हर दिन गुफा में सुबह और शाम आरती होगी, जिसके लिए विद्वान पुजारियों की टीम तैनात कर दी गई है। अमरनाथ यात्रा न सिर्फ आस्था का प्रतीक है, बल्कि कश्मीर के सामाजिक सौहार्द और पर्यटन विकास का भी एक महत्वपूर्ण अवसर बन चुकी है।