Amarnath Yatra 2024
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज शुक्रवार की सुबह 4 बजे पहलगाम और बालटाल के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भगवती नगर यात्री निवास आधार शिविर से रवाना हुआ। इस मौके पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर जत्थे को रवाना किया। इससे पहले एलजी मनोज सिन्हा ने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। जत्थे में शामिल श्रद्धालु कल अमरनाथ पहुंच कर बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे।
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यात्रा के दौरान भूस्खलन वाली जगहों से गुजरते वक्त पत्थरों से बचने के लिये श्रद्धालुओं को हेलमेट दिये गये हैं। 29 जून को यात्रा शुरू होगी। यात्रा मार्ग पर सुरक्षाबलों की तैनाती को बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही ड्रोन और 365 एंगल के सीसीटीवी कैमरों से यात्री वाहनों पर नजर रखी जा रही है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर हर 500 मीटर और एक किलोमीटर की दूरी पर सुरक्षा चौकियां भी स्थापित की गई हैं।
Amarnath Yatra 2024
यात्रा के दौरान आतंकी खतरे को देखते हुए इस बार 2 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं। हर रोज 15 हजार यात्रियों को बाबा बर्फानी के दर्शन करने की इजाजत दी गई है। यह यात्रा श्रावण पूर्णिमा यानी राखी पूर्णिमा तक चलेगी। बाबा बर्फानी के दरबार को काफी अच्छे से सजाया गया है। इतना ही नहीं यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। यात्रियों के खाने-पीने से लेकर अन्य सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। बेस कैंप पर यात्रियों के लिए बिस्तर से लेकर उनकी सुरक्षा की भी पूरी तैयारी की गई।
आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा बेहद ही कठिन मानी जाती है क्योंकि यहां तक का रास्ता काफी मुश्किल है, लेकिन हर साल लाखों श्रदालु स्वयंभू शिवलिंग का दर्शन करने के लिए यहां पर पूरी श्रद्धा के साथ आते हैं। माना जाता है कि जो कोई भी इस पवित्र गुफा के दर्शन करता है उसे अमरत्व का वरदान प्राप्त होता है।
Amarnath Yatra 2024
अमरनाथ यात्रा के लिए जरुरी गाइडलाइंस
- 13 वर्ष से कम आयु या 70 वर्ष से अधिक आयु का इंसान ये यात्रा नहीं कर सकता है।
- 6 वीक से अधिक गर्भवती महिला भी ये नहीं कर सकती है।
- इस यात्रा से जुड़ी हर जानकारी https://jksasb.nic.in पर मौजूद है।
- इस यात्रा के लिए पंजीकरण चार बैंकों की 540 शाखाओं और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से हो सकता है।
- पंजीकरण के लिए भक्त की फोटो, मोबाइल फोन नंबर और ईमेल पता चाहिए होगा।
- पंजीकरण फीस 250 रुपये प्रति यात्री है।
- कोई भी यात्री बाबा बर्फानी की गुफा के पास रात को नहीं रूक सकता है।
- अगर यात्रा के दौरान कहीं पर भूस्खलन होता है तो वहां पर यात्रियों को हेलमेट पहनना अनिवार्य है।