After Operation Sindoor 1st Union Cabinet meeting
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री आवास पर बुधवार को कैबिनेट की एक अहम बैठक हुई, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली उच्च स्तरीय बैठक रही। यह बैठक ऐसे समय पर हुई जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिससे पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई थी। लोगों में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश था और देश एक सशक्त प्रतिक्रिया की अपेक्षा कर रहा था।
भारतीय सेना ने इस अपेक्षा को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत साकार किया। 6 मई की देर रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 से अधिक आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर एक सटीक और करारा जवाब दिया। इस सैन्य कार्रवाई से न केवल दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब मिला बल्कि यह संदेश भी गया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति कोई समझौता नहीं करेगा।
After Operation Sindoor 1st Union Cabinet meeting
इस हमले के बाद पाकिस्तान ने हमेशा की तरह दुनिया के सामने अपना ‘झूठा दुख’ जाहिर करना शुरू किया, लेकिन भारत के विदेश मंत्रालय और सेना ने तथ्यों के साथ हर झूठ का पर्दाफाश किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस बनी चर्चा का विषय:
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार ने एक आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें तीन प्रमुख चेहरे सामने आए। इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ दो महिला सैन्य अधिकारी—कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह शामिल थीं। इन दोनों महिला अधिकारियों ने न केवल सैन्य ऑपरेशन की जानकारी दी बल्कि यह भी बताया कि कैसे भारतीय सेना आतंकवाद के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने में लगी है।
After Operation Sindoor 1st Union Cabinet meeting
सोशल मीडिया पर इन दोनों अधिकारियों की जमकर सराहना हो रही है। लोगों का मानना है कि भारत की बेटियाँ अब सिर्फ सीमा पर ही नहीं, बल्कि रणनीतिक स्तर पर भी दुश्मनों को जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं।
वही आप को बता दें कि इस बैठक और प्रेस कॉन्फ्रेंस से यह साफ हो गया है कि भारत अब आतंकवाद पर ‘नरमी’ नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई की नीति अपना चुका है। और इस नई रणनीति में महिला सैन्य अधिकारियों की भागीदारी भी अब निर्णायक होती जा रही है।
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