ACCIDENT IN MAHA KUMBH 2025
प्रयागराज। महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में आये दिन हो रहे घटना को देखते हुए सरकार को सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि इसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। हाल ही में फाफामऊ इलाके में पीपा पुल के टूटने से श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई होगी, खासकर जब कुछ ही दिन पहले मौनी अमावस्या स्नान पर भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो चुकी है।
फाफामऊ में गंगा नदी पर बना ये पुल अहम है क्योंकि यह विभिन्न इलाकों के श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख मार्ग है। इस क्षेत्र से संगम की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है, और यहां से लखनऊ, रायबरेली, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ जैसे प्रमुख शहरों के लोग गुजरते हैं।
ACCIDENT IN MAHA KUMBH 2025
महाकुंभ के दौरान, प्रशासन ने श्रद्धालुओं के आने-जाने को सुविधाजनक बनाने के लिए टू-लेन पुल के अलावा पीपा पुल और स्टील ब्रिज भी बनवाए हैं। ये अतिरिक्त पुलें भी यातायात और भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने में मदद कर रहे हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस और फायर ब्रिगेड की त्वरित प्रतिक्रिया सराहनीय है, लेकिन वायरल वीडियो में जो बातें सामने आ रही हैं, वे स्थिति की गंभीरता को उजागर करती हैं। ऐसे आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। आयोजन में सुरक्षा प्रबंधों पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
मुख्य बिंदु:
- ताजा हादसा: फाफामऊ इलाके में गंगा नदी पर बना पीपा पुल टूट गया, जिससे कई श्रद्धालु दब गए।
- राहत कार्य: पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है।
- पिछली घटना: इससे पहले 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान के दिन भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान जा चुकी है।
ऐसे आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, और इमरजेंसी सेवाओं की तत्परता पर विशेष ध्यान देना ज़रूरी है। प्रशासन को अब और सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।