नई दिल्ली, 27 नवंबर। Commonwealth Games : भारत को एक बार फिर बड़ी अंतरराष्ट्रीय खेल मेजबानी का सम्मान मिला है। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स (सीएस) ने बुधवार को स्कॉटलैंड में आयोजित अपनी आम सभा में 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत को सौंपने की आधिकारिक मंजूरी दे दी। इन खेलों का आयोजन अहमदाबाद में होगा।
भारत ने आखिरी बार 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी। अब 20 साल बाद भारत को एक बार फिर इस प्रतिष्ठित आयोजन की जिम्मेदारी मिली है।
अहमदाबाद क्यों चुना गया?
राष्ट्रमंडल खेल मूल्यांकन समिति ने विस्तृत मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद अहमदाबाद की सिफारिश की। चयन के दौरान कई प्रमुख मानकों पर उम्मीदवार शहरों को परखा गया, तकनीकी तैयारी और वितरण क्षमता। खिलाड़ियों का अनुभव (एथलीट एक्सपीरियंस)। खेल एवं शहरी बुनियादी ढांचा। शासन व्यवस्था। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता। इन सभी मानकों में अहमदाबाद को सक्षम पाया गया।
2036 ओलंपिक के लिए भी मजबूत संकेत
2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत के लिए केवल उपलब्धि ही नहीं, बल्कि 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की दौड़ में बड़ा कदम माना जा रहा है। भारत पहले ही 2036 ओलंपिक के लिए अहमदाबाद को संभावित मेजबान शहर बनाकर अपनी बोली प्रस्तुत कर चुका है।
मेजबानी का महत्व
इस आयोजन से भारत को अंतरराष्ट्रीय खेलों (Commonwealth Games) में अपनी स्थिति मजबूत करने, विश्व स्तरीय खेल अवसंरचना विकसित करने और भविष्य के अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए वैश्विक भरोसा बढ़ाने का अवसर मिलेगा। 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स भारत के खेल इतिहास में एक और बड़ा मील का पत्थर बनने जा रहे हैं।


