रायपुर, 07 नवम्बर। CG छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष पर आयोजित राज्योत्सव 2025 में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की प्रदर्शनी को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। यह प्रदर्शनी “25 वर्षों की विकास यात्रा” थीम पर आधारित थी, जिसे जनता से जबरदस्त सराहना मिली।
1 से 5 नवम्बर तक नवा रायपुर, अटल नगर स्थित पंडित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर मेला स्थल में आयोजित राज्योत्सव में विभिन्न विभागों की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। ज्यूरी समिति द्वारा मूल्यांकन के बाद वन विभाग की प्रदर्शनी को तीसरे स्थान के लिए चुना गया। राज्योत्सव के समापन समारोह में उप राष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने यह पुरस्कार वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव को प्रदान किया।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने विभाग को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि टीमवर्क, नवाचार और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण का परिणाम है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार मिलने से विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उत्साहित हैं।
जनता द्वारा इस प्रदर्शनी को रोचक, आकर्षक और ज्ञानवर्धक बताया गया। यह प्रदर्शनी छत्तीसगढ़ की हरित सोच, जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास की दिशा में किए जा रहे कार्यों का सशक्त प्रतीक बनी।
प्रदर्शनी में राज्य स्थापना वर्ष 2000 से 2025 तक की उपलब्धियों को दर्शाया गया। इसमें
- ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना के तहत अब तक 6.41 करोड़ पौधारोपण,
- मियावाकी सूक्ष्म वन और ग्रीन गुफा परियोजना,
- घोटुल संस्कृति प्रदर्शन,
- गज संकेत ऐप और गजरथ यात्रा के माध्यम से मानव-हाथी संघर्ष में कमी,
- छत्तीसगढ़ हर्बल्स के जरिए वन उत्पादों का मूल्यवर्धन,
- और प्रमुख प्राकृतिक स्थलों जैसे हांदावाड़ा जलप्रपात, कांगेर घाटी की कुटुमसर गुफा, बारनवापारा अभयारण्य की जानकारी शामिल थी।
वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य में काले हिरण की संख्या 77 से बढ़कर 190 और बाघों की संख्या वर्ष 2021 में 17 से बढ़कर अप्रैल 2025 में 35 हो गई है — यह उपलब्धि विभाग की निरंतर मेहनत और संवेदनशीलता का प्रमाण है।

