लखनऊ, 04 अक्टूबर। Leader House Arrest : उत्तर प्रदेश की सियासत में आज हलचल तेज हो गई जब समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने सुबह-सुबह उनके आवास पर पहुंचकर सुरक्षा घेरा बना लिया, और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया।
माता प्रसाद पांडेय की अगुवाई में आज एक 14 सदस्यीय समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल को बरेली के लिए रवाना होना था, जिसमें 5 सांसद, 2 विधायक समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी को घरों में नजरबंद कर दिया।
प्रतिनिधिमंडल को क्यों रोका गया?
अब तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बरेली में संभावित विरोध प्रदर्शन या संवेदनशील हालात को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा, हमें बरेली जाने से रोका गया है, लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है। यह तानाशाही है।
सपा का आरोप
समाजवादी पार्टी ने इस कार्रवाई को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी का कहना है कि यह लोकतंत्र की हत्या है और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा, जब विपक्ष शांतिपूर्ण तरीके से जनसमस्याओं को उठाना चाहता है, तब सरकार पुलिस के जरिए दमन करती है। ये लोकतंत्र नहीं, तानाशाही है।
आगे क्या?
समाजवादी पार्टी अब इस मुद्दे को लेकर राज्य स्तर पर विरोध प्रदर्शन की योजना बना सकती है। वहीं विपक्षी दल भी इस कार्रवाई पर सरकार से जवाब मांग सकते हैं।