रायपुर, 02 अक्टूबर। Grand Ravana Dahan : राजधानी रायपुर के डब्लू आर एस कॉलोनी मैदान में आयोजित 55वें श्रीराम विजयादशमी उत्सव ने इस वर्ष भी परंपरा, भक्ति और उत्साह की मिसाल पेश की। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह को विशेष बना दिया। हजारों की संख्या में जुटे श्रद्धालुओं और नागरिकों ने रावण दहन, आतिशबाजी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का देर रात तक आनंद उठाया।
धर्म की विजय का प्रतीक है दशहरा: राज्यपाल डेका
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने संबोधन में कहा कि विजयादशमी केवल उत्सव नहीं, आत्ममंथन का अवसर भी है। उन्होंने कहा कि हमें अपने भीतर के रावण—अहंकार, ईर्ष्या और नकारात्मकता को पहचानकर उनका दहन करना चाहिए। “हर नागरिक यदि अपने आचरण में सकारात्मक बदलाव लाए, तो हमारा समाज और राष्ट्र स्वतः प्रगति की राह पर अग्रसर होगा,” उन्होंने कहा।
सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है दशहरा: मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि विजयादशमी का पर्व सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर, और अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “आज का दिन हमें याद दिलाता है कि बुराई चाहे जितनी भी ताकतवर क्यों न हो, अंततः जीत सच्चाई और सदाचार की ही होती है।” मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
सांस्कृतिक रंग में रंगा आयोजन स्थल
कार्यक्रम में भव्य झांकियों, रामलीला की झलकियों, और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जैसे ही रावण के विशाल पुतले को अग्नि दी गई, आसमान रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगा उठा और मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा।
जनप्रतिनिधियों और श्रद्धालुओं की रही भारी उपस्थिति
इस मौके पर कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, आयोजन समिति के सदस्य, समाजसेवी, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। आयोजकों ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ और स्मृति-चिह्न भेंटकर स्वागत किया।