LIQUOR SCAM RAIPUR
रायपुर। राजधानी रायपुर के लालपुर स्थित सरकारी शराब दुकान में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। इस दुकान से 300 पेटी मिलावटी और बिना होलोग्राम वाली शराब जब्त की गई है, वहीं कैश काउंटर से 12 लाख रुपये गायब मिले हैं। इस खुलासे ने आबकारी विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
जांच में सामने आई गंभीर लापरवाही के बाद इलाके के सहायक आबकारी आयुक्त (ADEO) राजेंद्र नाथ तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ गंभीर प्रशासनिक अनियमितताओं की पुष्टि हुई है।
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ठेका कंपनी BIS सवालों के घेरे में
इस दुकान का संचालन करने वाली ठेका कंपनी BIS भी अब सवालों के घेरे में है। कंपनी के सुपरवाइजर और तीन सेल्समैन सहित चार कर्मचारी फरार हैं। इनके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हुई हैं—एक आबकारी विभाग में और दो टिकरापारा थाने में।
विभागीय कार्यवाही पर उठे सवाल
हालांकि इतने बड़े घोटाले के बावजूद अब तक ठेका कंपनी BIS के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। इससे विभाग की कार्यप्रणाली और निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो यह घोटाला और गहरा हो सकता है।
अब तक की स्थिति:
- 300 पेटी मिलावटी और बिना होलोग्राम की शराब जब्त
- 12 लाख रुपये नकद गायब
- BIS कंपनी के 4 कर्मचारी फरार
- कुल 3 FIR दर्ज (1 आबकारी विभाग में, 2 टिकरापारा थाने में)
- ADEO राजेंद्र नाथ तिवारी निलंबित
जांच जारी है, लेकिन कार्रवाई का इंतजार…
शराब घोटाले की जांच तो जारी है, लेकिन जनता और राजनीतिक हलकों में यह सवाल गूंज रहा है कि आखिर ठेका कंपनी BIS पर कार्रवाई में इतनी ढिलाई क्यों बरती जा रही है? क्या यह घोटाला सिर्फ एक दुकान तक सीमित है या जड़ें और भी गहरी हैं, यह आने वाला वक्त बताएगा।