Sukma Anti Naxal Operation
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान (Anti Naxal Operation) के तहत एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुकमा के जगरगुंडा थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने 21 लाख रुपये के इनामी तीन खूंखार नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों नक्सली कई माओवादी वारदातों में सक्रिय रहे हैं, जिनमें एक शिक्षादूत की नृशंस हत्या भी शामिल है।
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान डोडी पोदियासी (आरसी रीजनल कम्पनी नंबर 02 का सदस्य, इनामी ₹8 लाख), डोडी पांडू (पीएलजीएल कम्पनी नंबर 10 हेडक्वार्टर का सदस्य, इनामी ₹8 लाख), और डोडी नंदू (एओबी पार्टी का सदस्य, इनामी ₹5 लाख) के रूप में हुई है।
Sukma Anti Naxal Operation
घटना का विवरण:
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 30 मई को गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों की टीम को रवाना किया गया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान ग्राम गोंदपल्ली के जंगलों में तीन संदिग्धों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि ये तीनों नक्सली जगरगुंडा थाना क्षेत्र में सितंबर 2024 में एक शिक्षादूत की हत्या में शामिल थे। उन्होंने गांव की बैठक में शिक्षादूत को पुलिस मुखबिर करार देकर डंडे से पीट-पीटकर और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी।
कानूनी कार्रवाई:
इन आरोपियों पर थाना जगरगुंडा में अपराध क्रमांक 24/2024 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 190, 191(2), 140, 103(1), आर्म्स एक्ट की धारा 25 और विधि विरुद्ध क्रिया कलाप (निवारण) अधिनियम की धारा 38, 39, 16(क) के तहत गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
Sukma Anti Naxal Operation
इसके अलावा ये तीनों चिंतलनार और चिंतागुफा थाना क्षेत्रों में भी कई माओवादी घटनाओं में लिप्त रहे हैं। पहले भी इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, लेकिन वे फरार हो गए थे। इस बार उन्हें पुनः गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई सुरक्षाबलों की सतर्कता और मजबूत खुफिया नेटवर्क की एक बड़ी मिसाल है, जिससे क्षेत्र में शांति बहाली की उम्मीद को बल मिला है।