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Saturday, October 18, 2025

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Delhi Meat Shops : दिल्ली में मीट की दुकानों पर सियासत गरमाई, संजय सिंह ने बीजेपी को दी खुली चुनौती

Delhi Meat Shops

नई दिल्ली। नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग पर दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। खबरों के मुताबिक बीजेपी विधायकों की इस मांग के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है तो केएफसी (KFC) और अन्य बड़ी ब्रांडेड फूड चेन को भी बंद कराए।

बता दें कि बीजेपी के विधायक रविंद्र नेगी और करनैल सिंह ने नवरात्रि के दौरान धार्मिक भावनाओं का हवाला देते हुए दिल्ली में मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की। उनका कहना है कि नवरात्रि हिंदू समाज के लिए विशेष पर्व है, ऐसे में मीट की खुलेआम बिक्री से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है।

संजय सिंह का पलटवार

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने इस मांग को लेकर बीजेपी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा “अगर बीजेपी में हिम्मत है तो केएफसी और अन्य ब्रांडेड रेस्तरां को बंद करके दिखाएं। गरीबों की दुकानों को तोड़कर बहादुरी दिखाने का कोई मतलब नहीं है। अगर मीट पर रोक जरूरी है, तो बीजेपी नेताओं के खुद के रेस्तरां और होटल भी बंद होने चाहिए।”

Delhi Meat Shops

शराब बिक्री पर उठाए सवाल

वहीं संजय सिंह ने नवरात्रि के दौरान शराब की बिक्री पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर आस्था के नाम पर मीट की दुकानों को बंद करने की मांग हो रही है, तो फिर शराब पर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही? उन्होंने आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार (मोदी-योगी सरकार) शराब पर ‘डबल ऑफर’ दे रही है।

यूपी में शराब घोटाले का आरोप

इसके साथ ही संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में शराब की बिक्री को लेकर भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए, दावा किया कि यूपी में ‘एक के साथ एक फ्री’ शराब स्कीम चलाई जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि इस घोटाले पर ईडी और सीबीआई क्यों चुप बैठी हैं?

Delhi Meat Shops

दिल्ली में सियासत गरम, आगे क्या?

दिल्ली में यह मुद्दा अब राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है। एक तरफ बीजेपी इसे धार्मिक आस्था से जोड़ रही है, तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी इसे गरीबों के रोजगार पर हमला बता रही है। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार मीट की दुकानों को बंद करने का कोई फैसला लेगी या यह विवाद सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी तक ही सीमित रहेगा?

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