सर्वपितृ आमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठें और स्ना कर साफ वस्त्र ग्रहण करें
सूर्य देव को जल अर्पित कर पूर्वजों का तर्पण करते समय दक्षिण दिशा की ओर मुख करें
तर्पण करने के लिए जौ, कुश और काले तिल का प्रयोग करें
पितरों की शांति प्राप्ति के लिए ॐ पितृ देवतायै नम: मंत्रों का जप करें
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सर्वपितृ आमावस्या के दिन पितरों को अंतिम बिदाई देते हैं। इस साल सर्वपितृ आमावस्या 2 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा