Bilaspur News
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के मस्तूरी विकासखंड के पचपेड़ी के पास स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला केंवतरा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण आठवीं कक्षा का एक छात्र गंभीर रूप से झुलस गया। मिली जानकारी के मुताबिक घटना मध्याह्न भोजन बनाने के समय घटित हुई। जब मासूम छात्र मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइए के कहने पर गर्म खीर को बाल्टी में पलटने की कोशिश कर रहा था, तब खीर उसके ऊपर गिर गई और वह झुलस गया।
इसके बाद छात्र तुषार पाटले दर्द से बिलखता हुआ अकेले ही पैदल घर लौट आया। घटना के बाद छात्र को किसी ने अस्पताल भी नहीं पहुंचाया, जिससे घर पहुंचने पर उसके अभिभावक बच्चे का जला हुआ पैर देख कर हैरान रह गए। वहीं बार-बार पूछने पर भी तुषार एक ही बात कह रहा था कि मध्याह्न भोजन में बनी खीर से उसका पैर जला है। वहीं इस मामले में ब्लाक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि छात्र के आरोप से तथ्यों का कोई मेल नहीं है।
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वहीं यह घटना एक बार फिर स्कूलों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की ओर इशारा करती है। पूर्व में भी प्रदेश में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें बच्चों के झुलसने या घायल होने पर प्रशासन द्वारा जांच और कार्रवाई की गई है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या इन घटनाओं से कोई सबक लिया गया है, या फिर बच्चों की सुरक्षा अब भी खतरे में है?
पहले भी हो चुकी है ऐसी ही घटना
बता दें कि दस महीने पहले ही बिलासपुर के तोरवा क्षेत्र में शासकीय प्राथमिक शाला दोमुहानी के कक्षा तीसरी के छात्र के साथ भी ऐसा ही हादसा हुआ था। जब छात्र उबलती खीर में गिरकर बुरी तरह जल गया था। उस समय भी शिक्षकों ने घायल बच्चे को अस्पताल पहुंचाने के बजाय घर भेज दिया था। ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।