BSF director and DG removed
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को पद से हटा दिया हैं। दोनों को उनके राज्य कैडर वापस भेज दिया गया हैं।
नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं, जबकि खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के हैं। फिलहास अभी SSB के DG दलजीत सिंह चौधरी को BSF के DG का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब केंद्र बीएसएफ के दो शीर्ष अधिकारियों को एक साथ हटाया है।
बांग्लादेश बॉर्डर पर घुसपैठ, फैसले का प्रमुख कारण
केंद्र सरकार ने यह अहम फैसला जम्मू काश्मीर में बढ़ती हुई घटनाओं को लेकर लिया हैं। दरअसल, जम्मू-काश्मीर में 21 जुलाई तक 24 आंतकी हमले और 11 एंकाउटर हुए है, जिनमें 14 आम नागरिकों और 14 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी। इसके अलावा, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश बॉर्डर पर घुसपैठ भी इस फैसले के पीछे एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।
BSF director and DG removed
जम्मू के क्षेत्रों मे घुसपैठ का खतरा
बीएसएफ जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगी 2,289 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है. जम्मू क्षेत्र में इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है. यहां घुसपैठ का ज्यादा खतरा होता हैं। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास करीब एक दर्जन बीएसएफ बटालियन तैनात हैं.
गौरतलब है कि इस वर्ष जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में आतंकवादी हमले बढ़े हैं. जिनमें जून में कठुआ और डोडा जिलों में दो अलग-अलग मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए थे.