51 cloud bursts in Himachal Pradesh
शिमला। हिमांचल प्रदेश में दो महिने के मानसून में 51 बादल फटने की और अन्य प्राकृतिक घटनाओं के कारण अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी हैं साथ ही 33 लोग अब तक लापता हैं। हिमांचल प्रदेश में लगातार हो रही बाढ़ और भू-स्खलन के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया हैं।
बता दें कि, हिमांचल प्रदेश में 27 जून को मानसून ने दस्तक दिया था। जिसमें 2 महिनें के अंतर्गत 51 घटनाएं रिकार्ड की गई हैं। इस घटना की वजह से 83 मकान पूरी नष्ट हो चुके हैं वही 38 से ज्यादा मकानें क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
51 cloud bursts in Himachal Pradesh
राज्य सरकार करोड़ों का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में 27 जून से मानसून के दौरान होने वाली घटनाओं में अब तक 247 लोग ने अपनी जान गवां चुके हैं। इनमें अगर केवल सड़क दुर्घटनाओ की बात करें तो 107 लोग मारे जा चुके हैं, वही 374 लोग अलग – अलग जगहों से घायल हुए हैं। राज्य की मानसून में होने वाली आपदा से भारी जान माल का नुकसान हुआ हैं। राजस्व विभाग के आकड़े के मुताबिक राज्य को इन 2 महिनों में अब तक 1,21,264.16 लाख रूपए का भारी नुकसान हुआ हैं।
इन जगहों में बादल फटने से सबसे ज्यादा नुकसान
इस प्रदेश के लहौल और स्पीती को सबसे ज्यादा 22 बार बादल फटने और बाढ़ जैसी दुर्घटनाओं से भारी नुकसान का सामना करना पड़ा हैं। इसके बाद किन्नौर में 11 बार,ऊना में 6, कुल्लू और मंडी में 3-3, सिरमौर में 2 वहीं सोलन, हमीरपुर, चबां और शिमला में 1-1 घटना हुई हैं। वहीं रविवार सुबह से 95 सड़के को बंद कर दी गई हैं।
भारी बारीश की संभावना
मौसम विभाग ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में 27 और 28 अगस्त को यलो अर्लट जारी किया हैं। बुधवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा और प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती हैं।