रायपुर (छत्तीसगढ़)
छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कोति मनाये गे ‘बोरे-बासी दिवस’ अब विवाद के घेरे म आ गीस हे. विधानसभा सत्र के बेरा राज्य सरकार ह ये कार्यक्रम ल लेके बड़का खुलासा करिस हे. महज़ 5 घंटा के आयोजन म करीब 8 करोड़ रुपये खर्च करे गे रीहिस. अब भाजपा सरकार ह साफ करिस हे कि कांग्रेस कार्यकाल म अइसने अउ अन्य खर्चा के पूरा जांच होही.
बोरे-बासी दिवस छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक परंपरा ल बढ़ावा दे के उद्देश्य ले शुरू करे गे रीहिस. ये दिन लोगन मन के पारंपरिक भोजन “बासी” खाथे – जेन रात के बचे भात होथे, जेला पानी म भिगोके बिहनिया खाये जाथे. कांग्रेस सरकार ह एला सरकारी स्तर म बड़का आयोजन के रूप दिस, जेला सांस्कृतिक संरक्षण बताये गीस.
सरकार के अनुसार, केवल एक दिन के ये आयोजन म करीब 8 करोड़ रुपये खर्च होइस, जबकि कार्यक्रम के कुल अवधि मात्र 5 घंटे रीहिस. ओमा प्रचार-प्रसार, इवेंट मैनेजमेंट, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भोजन व्यवस्था अउ प्रशासनिक लागत शामिल रीहिस.
सरकार ह जांच के आदेश दे के बात करिस हे, जेकर ले साफ हे कि आये वाला दिन म बोरे-बासी दिवस जइसे अन्य सरकारी आयोजन के घलो फाइल खंगाले जाही. यदि घोटाला या वित्तीय अनियमितता आथे, त ये कांग्रेस बर बड़का राजनीतिक संकट बन सकत हे.