सूरजपुर, 01 दिसंबर। Surajpur Health Centre : सूरजपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली एक बार फिर उजागर हुई है। लांजीत गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही, लेकिन अस्पताल में ताला लटका हुआ था। सहायता के अभाव में स्थानीय महिलाओं ने उसे अस्पताल के भीतर ले जाने की बजाय एक कार के अंदर ही प्रसव करवाया।
क्या हुआ पूरा मामला?
गर्भवती महिला गंभीर प्रसव पीड़ा में अस्पताल पहुंची, लेकिन अस्पताल बंद था और कर्मचारी नदारद थे। मजबूरी में ग्रामीण महिलाओं ने उसे कार में ले जाकर प्रसव कराया। इस दौरान महिला दर्द से तड़पती रही और स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल पूरी तरह खुल गई।
ग्रामीणों का आक्रोश भड़का
घटना के बाद ग्रामीणों में भारी नाराज़गी फैल गई। लगभग दो घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अस्पताल खोला। इसके बाद जच्चा-बच्चा दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र के अस्पतालों में समय पर डॉक्टर नहीं आते, स्टाफ गायब रहता है और जिम्मेदारी तय होने के बावजूद किसी पर कार्रवाई नहीं होती।
स्थ्य विभाग ने दिया बयान
जिले के चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि, पूरे मामले की जांच की जाएगी। जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल, यह घटना न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही दर्शाती है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की वास्तविक स्थिति को भी सामने लाती है। फिलहाल जच्चा-बच्चा सुरक्षित हैं, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश अभी भी शांत नहीं हुआ है।

