किसान साहू ने बताया कि उन्होंने तुहर टोकन मोबाइल ऐप के माध्यम से समय पर टोकन बुक किया था, जिससे उन्हें खरीदी केंद्र में किसी प्रकार की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ी। धान तौल प्रक्रिया निर्धारित मानकों के अनुरूप पारदर्शी ढंग से संपन्न हुई। नमी परीक्षण, बारदाना उपलब्धता और तौल प्रबंधन सभी चरणों में सोसायटी कर्मचारियों ने मदद की। श्री साहू ने बताया कि उनके द्वारा बेचे गए धान का समर्थन मूल्य मिलने के साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के माध्यम से आदान सहायता भी मिलेगी। कुल मिलाकर उन्हें उनके धान का प्रति क्विंटल 3100 मूल्य मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया।
जिला प्रशासन द्वारा जिले के समस्त उपार्जन केंद्रों में किसानों की सुविधा हेतु पारदर्शी टोकन प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन, नमी मापक यंत्र, पर्याप्त बारदाना और सुचारू भुगतान व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि 31 जनवरी 2026 तक चलने वाले इस अभियान के दौरान किसी भी किसान को कतार, भुगतान या खरीदी से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

