Bihar CM Nitish Kumar Controversy
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वजह बनी एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान को बीच में रुकवाना। सोमवार को आयोजित एक सरकारी समारोह में जब कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया जा रहा था, तभी मुख्यमंत्री ने हाथ उठाकर उसे बीच में ही रुकवा दिया। यह घटना चौंकाने वाली थी, और कार्यक्रम में मौजूद अधिकारी, मीडिया और आम लोग क्षणभर के लिए स्तब्ध रह गए।
READ MORE – International Forests Day : विश्व वानिकी दिवस पर विधानसभा में आज संगोष्ठी का आयोजन
क्या है पूरी घटना?
यह वाकया पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल में आयोजित एक राज्यस्तरीय समारोह के दौरान हुआ। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जैसे ही मंच से राष्ट्रगान शुरू किया गया, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संकेत कर उसे रुकवा दिया। उन्होंने आयोजकों से कुछ बातें कीं और फिर दोबारा राष्ट्रगान शुरू किया गया।
Bihar CM Nitish Kumar Controversy
CM ने क्या कहा?
नीतीश कुमार ने इस घटना के बाद मीडिया से कहा कि आयोजकों ने राष्ट्रगान शुरू करने से पहले जरूरी औपचारिकताओं को पूरी नहीं की थी, और वे यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि राष्ट्रगान पूरी गरिमा के साथ हो।
“राष्ट्रगान देश की आन-बान-शान का प्रतीक है, और हम सबको इसे पूरी मर्यादा के साथ प्रस्तुत करना चाहिए,” नीतीश कुमार ने कहा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
विपक्षी दलों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। राजद नेता ने कहा कि “राष्ट्रगान रुकवाना कोई मामूली बात नहीं है, मुख्यमंत्री को जनता के सामने सफाई देनी चाहिए।” वहीं, जेडीयू नेताओं ने सीएम के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रगान की गरिमा की रक्षा की है।
कानूनी पहलू
भारतीय संविधान के अनुसार राष्ट्रगान का अपमान एक दंडनीय अपराध है, लेकिन यदि राष्ट्रगान को सम्मानपूर्वक प्रस्तुत करने के लिए उसे रोकना पड़े, तो यह कानूनी रूप से आपत्तिजनक नहीं माना जाता। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि राष्ट्रगान रुकवाने का उद्देश्य उसकी गरिमा बनाए रखना था, तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
Bihar CM Nitish Kumar Controversy
सोशल मीडिया पर बहस
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कुछ लोग सीएम की सतर्कता की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे अनावश्यक हस्तक्षेप बता रहे हैं। ट्विटर पर #NitishKumar और #Rashtragan ट्रेंड कर रहे हैं।
नीतीश कुमार के इस कदम ने एक नई बहस को जन्म दिया है। क्या राष्ट्रगान की गरिमा बनाए रखने के लिए उसे रोकना सही है या नहीं? हालांकि सच्चाई यही है कि हर कोई राष्ट्रगान के सम्मान को लेकर संवेदनशील है, और इस घटना ने सबका ध्यान एक बार फिर उस ओर खींचा है।

