Work stoppage-pen strike strike in Chhattisgarh
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में शुक्रवार को सरकारी कर्मचारी -अधिकारी ‘आज काम बंद कलम बंद हड़ताल’ पर है। DA सहीत अपनी 4 मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर प्रदेश के लगभग 4 लाख से अधिक अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।

दरअसल, फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने पर सरकारी कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें समय पर पूरी नहीं की गईं, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे।
Work stoppage-pen strike strike in Chhattisgarh
सरकारी कर्मचारी -अधिकारी का ‘आज काम बंद कलम बंद हड़ताल’
वर्मा ने बताया कि 33 जिलों और 146 विकासखंडों में कर्मचारी और अधिकारी प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी प्रकट करेंगे, जिसके बाद मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। वही आज प्रदेश के सभी कर्मचारी और अधिकारी अवकाश पर रहकर “कलम बंद, काम बंद” हड़ताल कर रहे हैं।

48 हजार सरकारी स्कूलों में लगा ताला
वहीं राज्य में लगभग 48 हजार सरकारी स्कूलों में आज पढ़ाई पूरी तरह से बंद रहेगी। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के “कलम बंद, काम बंद” आह्वान पर लगभग 1 लाख 75 हजार शिक्षकों ने अवकाश लिया हैं। इस हड़ताल में प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों के शिक्षक शामिल हैं।

Work stoppage-pen strike strike in Chhattisgarh
सभी शिक्षकों ने ली एक साथ छुट्टी
डीए समेत अन्य मांगों को लेकर फेडरेशन ने हड़ताल का आह्वान किया है, जिसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। स्कूलों में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने सामूहिक रूप से छुट्टी का आवेदन दिया है। एक स्कूल में यदि 17 शिक्षक हैं, तो सभी ने एक साथ स्कूल न आने की सूचना दी है।

कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की 4 मांगें
- 4% महंगाई भत्ता दिया जाए और जुलाई 2019 से देय महंगाई भत्ते के एरियर्स की राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में किया जाए।
- घोषणा पत्र के अनुसार सरकारी कर्मचारी को समयमान वेतनमान प्रदान किया जाए।
- केंद्र सरकार के समान गृह भाड़ा भत्ता (HRA) दिया जाए।
- एमपी सरकार की तरह, शासकीय सेवकों के अर्जित अवकाश का नगदीकरण 240 दिनों के बजाय 300 दिनों के लिए किया जाए।

