Baloda Bazar Violence Update
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में 10 जून को कलेक्ट्रेट व एसपी दफ्तर परिसर में आगजनी और हिंसा के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में शामिल 30 और उपद्रवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वही अब गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 150 हो गई है। खबरों के अनुसार सभी आरोपियों को शुक्रवार देर रात प्रदेश के अलग-अलग जेलों में भेज दिया गया है।
तो वही इस मामले में फरार तकरीबन 200 आरोपियों की अभी भी तलाश जारी है। पुलिस की 10 टीम फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है। वही पुलिस ने शनिवार को भीम रेजीमेंट के रायपुर संभाग के अध्यक्ष जीवराखन बांधे को गिरफ्तार कर लिया। इन सबकी गिरफ्तारी घटना से जुड़े वीडियो, फोटो और सीसीटीवी फुटेजों के आधार पर की गई है।
Baloda Bazar Violence Update
मिली जानकारी के मुताबिक घटना के बाद जीवराखन बांधे साथियों के साथ जगदलपुर के रास्ते विशाखापट्नम भागने की तैयारी में था। बलौदाबाजार पुलिस के एसआइटी ने जीवराखन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई, जिसके बाद उसे पकड़ने में मदद मिली। पुलिस ने घटना के वक्त मौजूद वीडियो फुटेज, फोटोग्राफ्स, इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित तथ्यों के आधार पर भीम रेजीमेंट के पदाधिकारी की गिरफ्तारी की।
तो वही घटना के बाद बलौदाबाजार जिला प्रशासन ने इंटरनेट मीडिया निगरानी समिति का गठन किया है। कलेक्टर दीपक सोनी ने इस संबंध में शनिवार को आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि घटना के संबंध में इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ वीडियो, रील्स व बयानबाजी को तत्काल हटाया जाए। वही घटना के बाद पुलिस ने बलौदाबाजार में खुले में पेट्रोल बेचने पर लागू प्रतिबंध को कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं।
Baloda Bazar Violence Update
दरअसल, 10 जून 2024 को विभिन्न मुद्दों को लेकर दशहरा मैदान बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था। इस दौरान धरना प्रदर्शन में शामिल लोगों द्वारा आक्रोशित होकर पुलिस बल के साथ झूमाझपटी, पत्थर बाजी, मारपीट करते हुए संयुक्त कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों में आग लगा दिया गया। साथ ही संयुक्त कार्यालय में भी तोड़फोड़ करते हुए आगजनी की घटना को अंजाम दिया था।
इस दौरान धरना प्रदर्शन में आए लोगों द्वारा संयुक्त कार्यालय परिसर में खड़ी 100 से अधिक मोटरसाइकिल एवं 30 से अधिक चार पहिया वाहन में तोडफोड कर आग लगा दिया गया। इस बीच सुरक्षा व्यवस्था में लगे अनेक पुलिस अधिकारी कर्मचारी एवं प्रशासनिक अधिकारियों को गंभीर चोटें आई थी।

