Chhattisgarh crime
बीजापुर। छत्तीसगढ़ बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में एक 7वीं कक्षा के छात्र ने छात्रावास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि, छात्र जेवियर कुजूर उसूर ब्लाॅक के प्री मैट्रिक बालक छात्रावास चेरामंगी में रहकर पढ़ाई करता था। हाॅस्टल में उसने गमछा से फंदा बनाकर पंखे से लटक कर झूल गया।

छात्र ने यह कदम क्यों उठाया इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है। वहीं घटना के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। यह मामला उसूर ब्लॉक के आवापल्ली थाना क्षेत्र का है।
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मिली जानकारी अनुसार मृतक छात्र दो दिनों से स्कूल नहीं जा रहा था। यह नुकनपाल का रहने वाला था। चेरामंगी गांव में स्थित प्री मैट्रिक बालक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। ऐसा बताया जा रहा है कि छात्र एक-दो दिनों से किसी बात को लेकर परेशान भी था।
छात्रावास अधीक्षक ने परिजनों और पुलिस अफसरों को घटना की जानकारी दी। आवापल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है। इस मामले को लेकर क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी ने भी अपना बयान जारी किया है। उन्होंने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही छात्र के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है।
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कांग्रेस ने किया जांच समिति का गठन
इधर बीजापुर के चेरामंगी में छात्र द्वारा आत्महत्या मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने 5 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियाम की अगुवाई में कमेटी बनायी है,

जिसमें बीजापुर जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कराम, उसूर जनपद अध्यक्ष अनिता तेलम, उसूर जनपद उपाध्यक्ष श्रीनिवास बिराबोईना और विधायक प्रतिनिधि मनोज अवलम शामिल है। यह समिति छात्र के परिजनों, हाॅस्टल अधिकारियों व घटनास्थल जाकर व पूछताछ कर जांच प्रतिवेदन कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी।

