रायपुर. किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन को अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस का भी समर्थन मिल गया है, 16 फरवरी शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने भारत बंद का आह्वान किया है, किसानों के भारत बंद का कांग्रेस ने भी समर्थन किया है. संगठन ने अन्य किसान संगठनों और किसानों से भारत बंद में शामिल होने का अनुरोध किया था, जिसके बाद अलग-अलग संगठन इस बंद को समर्थन देते नजर आ रहे हैं.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने सभी जिला और शहर अध्यक्षों को पत्र लिखा है, पत्र के जरिए जिलाध्यक्षों को बंद का समर्थन करने के निर्देश दिए गए हैं, भारत बंद कहा गया है कि बंद को सफल बनाने के लिए खुले मंच से बंद का समर्थन करें. पत्र में लिखा है कि जैसा आप जानते हैं किसान यूनियनों ने 16 फरवरी 2024 को भारत बंद की घोषणा की है, इस राष्ट्रव्यापी बंद के प्रमुख मुद्दों में एमएसपी गारंटी की मांग और बेरोजगारी और केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियां शामिल हैं.
किसानों के कल भारत बंद में कांग्रेस के समर्थन पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि किसानों ने जो भारत बंद का आह्वान किया हैं उससे कांग्रेस पूरी तरह से सहमत हैं, कांग्रेस ने एमएसपी देने की घोषणा की हैं, किसान ग़रीबी और महंगाई के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं, कांग्रेस का भी यहाँ मुद्दा हैं, कांग्रेस इस आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेगी. भारत बंद
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किसान संघों ने छात्रों, युवाओं, महिलाओं, पेंशनभोगियों, छोटे व्यापारियों, ट्रक ड्राइवरों, पत्रकारों और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं सहित समाज के विभिन्न वर्गों से महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देने की बात कही है. उन्होंने आग्रह किया है कि 16 फरवरी 2024 को आयोजित भारत बंद का समर्थन करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार करें, भारत बंद आम लोगों को आजीविका जैसे अहम मामलों पर जागरूक करें और भारत बंद के आह्वान को हमारे अन्नदाताओं के प्रति एकजुटता के साथ खुले मंच से समर्थन कर इसे सफल बनाएं.
ये है किसानों की प्रमुख मांगें
स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार सभी फसलों की एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग
किसानों और खेत मजदूरों की कर्जमाफी की मांग
लखीमपुर खीरी में जान गंवाने वाले किसानों को इंसाफ और आशीष मिश्रा की जमानत रद्द कर सभी दोषियों को सजा की मांग
लखीमपुर खीरी कांड में घायल सभी किसानों को वादे के मुताबिक 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग
किसान आंदोलन के दौरान दर्ज केस रद्द करने की मांग
पिछले आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के आश्रितों को नौकरी
200 दिन मनरेगा की दिहाड़ी मिले
700 रुपये प्रतिदिन मजदूरी की मांग
फसल बीमा सरकार खुद करे
किसान और मजदूर को 60 साल होने पर 10 हजार रुपये महीना मिले
विश्व व्यापार संगठन से खेती को बाहर किया जाए.