जांजगीर-चांपा, 2 अगस्त 2025 —
जांजगीर-चांपा जिला ले एक दिल दहला दे वाला घटना आगु आइस हे, जिहां 22 महीना के मासूम लइका के सांप के डसे ले मउत हो गीस. परिवार के आरोप हे कि BDM अस्पताल के डॉक्टर मन ह इलाज म देरी करिस अउ बिना प्राथमिक इलाज के ही लइका ल रेफर कर दिस, जेकर ले मासूम ह रास्ता म दम तोड़ दिस.
ये दर्दनाक घटना के बाद परिजन मन म रोष हे अउ स्थानीय लोगन मन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के मांग करत हे.
कइसे होइस घटना?
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ये घटना भैंस के गोठान के पास होइस, जिहां लइका खेलत बेरा घास म छिपे सांप के संपर्क म आ गीस.
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परिजन मन ह जब देखिस कि लइका के पैर म सूजन अउ काला निशान हे, त तुरंत ओला पास के BDM सरकारी अस्पताल लेके पहुंचिस.
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उहां पहुंचे उपर डॉक्टर मन ह गंभीरता ले न लेत हुवे सीधा रेफर करे के बात कहिस, परिजन मन के आरोप हे कि कोनो उपचार नी करे गीस, सेर्फ एक रेफरल स्लिप देके बिलासपुर भेज दे गीस.”हमन अस्पताल पहुंचेन त डॉक्टर मन न देखिस अउ बोलिस इहां सुविधा नी हे, ले जाओ बिलासपुर”
रास्ता म तोड़िस दम, समय के हो गीस दौड़ पूरा
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मासूम ल जइसे-तइसे बिलासपुर ले जाये जात रीहिस, लेकिन रास्ता म ही ओकर सांस थम गीस.
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प्राथमिक इलाज यदि समय म मिल जातिस, त शायद मासूम के जान बचाये जा सकत रीहिस.
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60 किलोमीटर के सफर तय करे ले पहिली ही ज़िंदगी हार गीस.
अस्पताल प्रबंधन अउ डॉक्टर उपर सवाल
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BDM हॉस्पिटल जांजगीर ल प्राथमिक उपचार के जिम्मेदारी दे गीस हे, लेकिन प्राथमिक विषनाशक इंजेक्शन (Anti-venom) न देना, लइका ल जांच म देर करना, स्टाफ के गैर-मौजूदगी ये सब्बो आरोप डॉक्टर मन उपर लगे हे.
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ग्रामीण मन अउ सामाजिक संगठन मन ह ये मामला म जांच के मांग करिस हे.“ये लापरवाही नी, सीधा सीधा जान ले खेले वाला व्यवस्था हे.
प्रशासन के जवाब अउ स्थिति
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CMHO (Chief Medical & Health Officer) ह मामला ल गंभीरता ले लेत हुवे तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित करिस हे.
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यदि डॉक्टर मन के लापरवाही पाये गीस त विभागीय कार्रवाई के आश्वासन दे गीस हे.”कोनो भी स्तर म लापरवाही होइस हे त सख्त कदम उठाये जाही.”