डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़ | 4 अगस्त 2025:
राजनांदगांव जिला के डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र ले एक बड़का बैंकिंग घोटाला आगु आइस हे. एक्सिस बैंक के एक पूर्व कर्मचारी ह ग्राहक मन के नाम म फर्जी तरीका ले 2 करोड़ 50 लाख रुपये के लोन पास कराइस अउ पूरा रकम ल अपन रिश्तेदार मन के खाता म ट्रांसफर कर दिस. पुलिस ह ये मामला म मुख्य आरोपी अउ ओकर पत्नी ल गिरफ्तार कर लिस हे.
कइसे आगु आइस मामला?
पुलिस के मुताबिक, आरोपी बैंक कर्मचारी ह अपन नौकरी के बेरा बैंक के आंतरिक प्रक्रिया के दुरुपयोग करत हुवे ग्राहक मन के जानकारी के गलत इस्तेमाल करिस.
ओ फर्जी दस्तावेज के आधार म लोन स्वीकृत करत रीहिस अउ फेर ओ रकम सीधा अपन रिश्तेदार या परिचित मन के खाता म भेजत रीहिस.
कुछु ग्राहक मन ल जब बैंक के कोति ले लोन के किश्त भरे के नोटिस आइस, तब ओमन शिकायत करिस, जेकर ले ये पूरा घोटाला उजागर होइस.
पुलिस के कार्रवाई
डोंगरगढ़ थाना प्रभारी ह बताइस कि शिकायत मिले के बाद तत्काल जांच शुरू करे गीस.जांच म कतकोन फर्जी दस्तावेज, बैंक ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड, अउ संबंधित खाता के डिटेल्स आगु आइस, जेमा ये ठगी के पुष्टि होइस.
आरोपी ल पकड़े बर एक विशेष टीम गठित करे गे रीहिस, जेन शनिवार देर रात आरोपी अउ ओकर पत्नी ल गिरफ्तार करिस.
ठगी के तरीका
बैंक के डेटा बेस ले असली ग्राहक के पहचान निकाले जात रीहिस.
फर्जी दस्तावेज तैयार कर ओ नाम ले लोन के आवेदन करे जात रीहिस.
बैंक के आंतरिक प्रोसेसिंग के फायदा उठाके लोन अप्रूव करवाये जात रीहिस.
स्वीकृत रकम ल अपन नजदीकी लोगन मन के खाता म ट्रांसफर करे जात रीहिस.
कोनो ल भनक न लगे, एकर बर लोन रीपेमेंट के प्रक्रिया ल घलो टालत रीहिस.
प्रशासन अउ बैंक के चेतावनी
बैंक प्रबंधन ह ये घोटाला के बाद अपन कर्मचारी मन के गतिविधी के समीक्षा शुरू कर दिस हे. संग ही, ग्राहक सेवा केंद्र म अधिक सतर्कता बरते के निर्देश दे गीस हे.
प्रशासन ह घलो जनता ले अपील करिस हे कि ओ अपन बैंक खाता अउ लोन स्टेटमेंट के समय-समय म जांच करें, अउ कोनो संदेहास्पद गतिविधि नजर आइस त तुरंत बैंक अउ पुलिस ल सूचित करे.
आगे के कार्रवाई
पुलिस ये मामला म अब अन्य संबंधित खाता के ट्रांजैक्शन हिस्ट्री खंगालत हे, अउ ये पता लगाये के कोशिश करत हे कि का ये फर्जीवाड़ा म बैंक के अन्य कर्मचारी या बाहरी व्यक्ति घलो शामिल रीहिस.
ये मामला म धारा 420, 467, 468, 471, अउ आपराधिक षड्यंत्र के धारा लगाये गीस हे, अउ आरोपी ल न्यायिक हिरासत म भेज दे गीस हे.